पाठ 4 फूल और काँटा
(लेखक-अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’)
(अभ्यास हल सहित)
1 नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिए गए शब्दों को पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें:
ਪੌਦਾ,ਬੂਟਾ पौधा ਢੰਗ ढंग
ਚੰਨ चाँद ਵਢਿਆਈ बढ़ाई
ਫੁੱਲ फूल ਵਿੱਨੵਣਾ बेंधना
ਅੱਖ आँख ਉਂਗਲੀਆਂ उँगलियाँ
ਹਵਾ हवा ਗੋਦ गोद
2 नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिए गए हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखें ।
ਕੰਡਾ काँटा ਖੰਭ पर
ਮੀਂਹ मेह ਸ਼ਰੀਰ तन
ਵਸਤਰ वसन ਸਿਰ सीस
ਅਨੋਖਾ अनूठा ਭੰਵਰਾ भौंरा
3.इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें :
प्रश्न (क) फूल और काँटा कहाँ जन्म लेते हैं ?
उत्तर: फूल और काँटा दोनों एक ही पौधे पर जन्म लेते हैं ।
प्रश्न (ख) काँटे की क्या विशेषता है ?
उत्तर: काँटा सबको दु:ख देता है। इसलिए वह किसी को अच्छा नहीं लगता ।
प्रश्न (ग) फूल की क्या विशेषता होती है ?
उत्तर: फूल सबको सुगंध देता है और अपने रंगों से सबके दिल को खुश करता है ।
प्रश्न (ग) फूल और काँटा किसका प्रतीक है ?
उत्तर: फूल सुख का और काँटा दु:ख का प्रतीक है।
4. इन प्रश्नों के उत्तर चार या पाँच वाक्यों में लिखें :
प्रश्न (क) फूल और काँटे को कौन-कौन सी समान परिस्थितियाँ प्राप्त होती हैं ?
उत्तर: फूल और काँटा दोनों एक ही स्थान पर एक ही पौधे पर जन्म लेते हैं। उनका विकास भी एक ही साथ होता है। दोनों को एक समान सूर्य की धूप, चाँद की चाँदनी, वायु और वर्षा मिलती है।
प्रश्न (ख) फूल और काँटे में स्वभाव गत क्या अंतर है?
उत्तर: फूल और काँटे के स्वभाव में बहुत ही ज़्यादा अंतर है। एक ओर फूल चारों तरफ सुगँध और खुशियाँ फैलाता है, वहीं काँटा किसी की उँगली में चुभकर या कपड़ों को फाड़कर सबको दुःख देता है।
प्रश्न (ग) आपकी दृष्टि में कुलवान व्यक्ति महान होता है या गुणवान। अपने विचार लिखें।
उत्तर: हमारी दृष्टि में गुणवान व्यक्ति महान होता है। वह अपने गुणों के कारण सम्मान प्राप्त करता है न कि कुल के नाम पर। वह किसी को कष्ट नहीं देता। वह सभी की भलाई के बारे में सोचता है।
प्रश्न (घ) ‘किसी में …………बड़प्पन की कसर’ काव्य पंक्ति की सप्रसंग व्याख्या करें?
उत्तर : उत्तर: प्रसंग- प्रस्तुत पंक्तियां हमारी हिंदी की पाठ्य पुस्तक आओ हिंदी सीखें में संकलित कविता फूल और काँटा में से ली गई हैं जिसके कवि अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध हैं।
व्याख्या- कवि कहता है कि खानदान की बढ़ाई किस काम की अगर अपने में बड़प्पन की कमी हो जैसे कि काँटा पैदा तो सुंदर पौधे पर होता है परंतु उसमें बड़प्पन नहीं होता इसलिए उसे बुरा समझा जाता है भाव यह है कि उच्च कुल में उत्पन्न आदमी बड़ा नहीं हो जाता बल्कि अपने गुणों के कारण महान होता है
प्रश्न 5 निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ लिखकर उनके वाक्य बनाएं:
1 प्यार में डूबना (प्यार होना) मीरा कृष्ण के प्यार में डूब गई थी।
2 पर कतरने (अधिकार कम करना) राम बहुत उछल रहा है, लगता है उसके पर कतरने ही पड़ेंगे ।
3 जी खिल उठना (मन खुश होना) कक्षा में प्रथम आने का समाचार सुनकर मेरा जी खिल उठा ।
4 आँखों में खटकना (बुरा लगना) काँटा सबकी आँखों में खटकता है।
5 कसर होना (कमी होना) और मेहनत करो, अभी तुम्हारे काम में कसर बाकी है ।
6 गोद बिठाना (शरण में लेना) माँ ने अपने बच्चे को गोद में बिठा लिया ।
7 सीस पर सोहना ( सिर पर अच्छा लगना ) कृष्ण के सिर पर मोर पंख सोह रहा है।
प्रश्न 6 इन शब्दों के समानार्थक शब्द लिखें :
फूल पुष्प ,प्रसून मेह बादल ,मेघ
चाँद चंद्र ,चंद्रमा हवा वायु, पवन
चाँदनी मरीची, ज्योत्सना भौंरा भँवरा ,भ्रमर
प्रश्न 7. नीचे दिए गए अनेकार्थक शब्दों के अर्थ समझते हुए उन्हें वाक्य में प्रयोग करें:
कुल – (पूरा, सब, सारा) कक्षा में कुल 30 बच्चे हैं ।
कुल – (खानदान, वंश) राम राजसी कुल में पैदा हुए।
सदा – (हर समय) हमें सदा सच बोलना चाहिए ।
सदा – (आवाज़) माँ की दर्द भरी सदा ने मुझे रुला दिया।
वर – (उत्तम, श्रेष्ठ) भगवान शिव ने कंस को वर दिया ।
वर – (नव विवाहिता स्त्री का पति) सीता के लिए वर की तलाश हो रही है।
पर – (पराया) हमें पर-उपकार की भावना रखनी चाहिए।
पर – (पंख) पक्षियों के पर होते हैं।
खिलना – (विकसित होना) बाग में फूल खिल गए हैं ।
खिलना – (प्रसन्न होना) राम का मुख प्रसन्नता से खिल उठा ।
खिलाना – (खाने में प्रवृत्त करना) माँ बच्चे को बेहतर खाना खिलाती है।
खिलाना – (खेल खिलाना) आज कोच ने हमें बहुत से खेल खिलाए।
लेखन: रजनी गोयल, हिंदी अध्यापिका, स(क).स.स. स्कूल, रामा बठिंडा
संशोधन: राजन, हिंदी मास्टर, स.मि. स्कूल, लोहारका कलां, अमृतसर
संयोजक: दीपक कुमार, हिंदी मास्टर स.मि. स्कूल मानवाला, बठिंडा