मुहावरे
1. अंगारों पर पैर रखना- ( जानबूझकर मुसीबत में पड़ना ) – अरे भाई, जो भी करो, सोचविचार कर करो। इस काम को करना अंगारों पर पैर रखना है ।
2. अंगूठा दिखाना – (साफ़ मना करना ) – जब मैंने उससे अपने रुपये माँगे तो उसने मुझे अंगूठा दिखा दिया।
3. अपना उल्लू सीधा करना – (स्वार्थ / मतलब पूरा करना ) – हमारी पार्टी तभी तो विकास नहीं कर पा रही क्योंकि सभी अपना उल्लू सीधा करने में लगे रहते हैं ।
4. अपनी खिचड़ी अलग पकाना – (सबसे अलग रहना ) – सुमित्रा दफ्तर में किसी से बात नहीं करती, वह अपनी खिचड़ी अलग पकाती है ।
5. अक्ल पर पत्थर पड़ना – (सोच-विचार न करना ) – सोहन की अक्ल पर तो पत्थर पड़ गए हैं, उसे तो अपने भविष्य की कोई परवाह ही नहीं है ।
6. आँखें चुराना- (सामने न आना, कतराना) – जब से उसने मुझसे रुपये उधार लिए हैं, तब से वह मुझसे आँखें चुराता फिरता है ।
7. आँखों में धूल झोंकना- (धोखा देना) – चोर पुलिस की आँखों में धूल झोंककर भाग गया।
8. आस्तीन का साँप – (कपटी मित्र) – योगेश को हरमेश पर बहुत विश्वास था, लेकिन वह तो आस्तीन का साँप निकला |
9. इस कान सुनना उस कान उड़ा देना- (किसी व्यक्ति की बात पर ध्यान न देना) – वह बहुत ही लापरवाह है, इस कान सुनता है उस कान उड़ा देता है।
10. ईंट का जवाब पत्थर से देना – ( मुँहतोड़ जवाब देना / कठोर के साथ कठोरता का व्यवहार करना ) – हनुमान ने लंका में आग लगाकर रावण को ईंट का जवाब पत्थर से दिया ।
11. उड़ती चिड़िया पहचानना – (अनुभवी होना, किसी बात को जान लेना) – गुलाब राय को किसी बात में कम न समझना, वह तो उड़ती चिड़िया पहचान लेता है। 11.
12. ऊपर की आमदनी – (इधर-उधर से फटकारी हुई नाजायज़ रकम / भ्रष्टाचार से कमाई रकम) – ईमानदार और मेहनती व्यक्ति कभी भी ऊपरी आमदनी पर विश्वास नहीं करता ।
13. एक-एक रग जानना – (भली-भांति परिचित होना) – तुम हर बार उससे हार जाते हो क्योंकि वह तुम्हारी एक-एक रग जानता है।
14. आजकल मीडिया भ्रष्ट लोगों का कच्चा चिट्ठा खोलना – ( गुप्त बात प्रकट करना ) – कच्चा चिट्ठा खोलकर रख देती है।
15. भारतीय सैनिक हमेशा कफ़न सिर कफ़न सिर पर बाँधना – ( मरने के लिए तैयार रहना ) – पर बाँधकर देश की रक्षा करते हैं ।
16. कलेजे का टुकड़ा – (बहुत प्रिय) – सभी बच्चे अपने माता-पिता के कलेजे का टुकड़ा होते हैं।
17. खाने के लाले पड़ना – ( बहुत गरीब होना ) – इस साल व्यापार में अत्यधिक हानि होने पर महेन्द्रपाल को खाने के लाले पड़ गए हैं।
18. खून पसीना एक करना- (कठोर परिश्रम करना) – मेरी बेटी परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए खून पसीना एक कर रही है ।
19. घर सिर पर उठाना – (बहुत शोर करना) – जब मम्मी-पापा घर पर नहीं थे तो बच्चों ने घर सिर पर उठा लिया।
20. चिकना घड़ा – (जिस पर कुछ भी असर न हो, निर्लज्ज व्यक्ति ) – वह तो चिकना घड़ा है, उसे कितना भी समझा लो फिर भी वह अपनी बुरी बातों से बाज़ नहीं आता ।
21. चिकनी चुपड़ी बातें करना – ( चापलूसी करना) – अफसर को कभी भी अपने कर्मचारियों की चिकनी चुपड़ी बातों में नहीं आना चाहिए ।
22. छक्के छुड़ाना – (बुरी तरह पराजित करना) – क्रिकेट के फाइनल मैच में भारतीय टीम ने पाकिस्तानी टीम के छक्के छुड़ा दिए ।
23. ज़हर उगलना- (ईर्ष्यापूर्ण बातें करना) – हमें कभी भी किसी के प्रति ज़हर नहीं उगलना चाहिए।
24. जी भर आना – (मन व्याकुल होना) – रीना की दुःख भरी कहानी सुनकर मेरा जी भर आया ।
25. टेढ़ी खीर – (मुश्किल काम) – फुटबॉल के मैच में इंग्लैंड टीम के लिए जर्मनी की टीम को हराना टेढ़ी खीर है ।
26. ठोंक – बजाकर देखना – (अच्छी तरह जाँचना / परखना ) – उपभोक्ता की बुद्धिमानी इसी में है कि वह बाज़ार से जो भी वस्तु खरीदे उसे पहले अच्छी तरह ठोंक – बजाकर देख ले |
27. डींग हाँकना / मारना – (बढ़-चढ़कर बातें करना) – हम उसकी बातों पर कैसे विश्वास करें, वह तो हमेशा डींग हाँकता रहता है ।
28.ढेर करना – (मार देना) – भारतीय सैनिकों ने सीमा पर पाँच घुसपैठियों को ढेर कर दिया।
29. तलवार की धार पर चलना – ( बहुत ही कठिन काम करना) – पंडित जी द्वारा बताई गई शिक्षाओं पर चलना तलवार की धार पर चलना है ।
30. तिनके का सहारा – ( थोड़ा सा 31. सहारा ) – डूबते को तिनके का सहारा भी बहुत होता है । थककर चूर होना- (अत्यधिक थक जाना) – मज़दूर सारा दिन मेहनत करके थककर चूर हो जाता है फिर भी उसे उसकी मेहनत का सही मूल्य नहीं मिलता।
32. दिल्ली दूर होना – (लक्ष्य की प्राप्ति में देरी होना) – पाँच साल पहले इस कम्पनी में आया रवि मैनेजर बनने के सपने तो देख रहा है किन्तु उसके लिए अभी दिल्ली दूर है।
33. दौड़-धूप करना – ( अत्यधिक प्रयास करना) – जिंदगी में दौड़-धूप से घबराने वाले को कभी सफलता नहीं मिलती ।
34. दूध का धुला- ( बिल्कुल निष्पाप / निष्कलंक/निर्दोष) – यह माना कि वह कसूरवार है किन्तु दूध के धुले तुम भी नहीं हो ।
35. नाक रख लेना – ( इज्जत बचा लेना) – लड़की की शादी में एक लाख रुपये की मदद करके तुमने मेरी नाक रख ली, मैं तुम्हारा कृतज्ञ रहूँगा।
36. पेट में चूहे दौड़ना – (भूख लगना) – स्कूल में आधी छुट्टी के समय सभी बच्चों के पेट में चूहे दौड़ने लगते हैं।
37. पत्थर निचोड़ना- (कंजूस से दान के लिए कहना या निर्दय से दया की प्रार्थना करना) – वह इतना कंजूस है कि उससे दान की तनिक भी आशा करना पत्थर निचोड़ना है।
38. फूल झड़ना – (मधुर बोलना ) – सीमा जब भी बोलती है तो ऐसा लगता है कि मुँह से फूल झड़ रहे हों ।
39. बाएँ हाथ का खेल – (सरल कार्य ) – दो सौ मीटर की रेस में स्वर्ण पदक जीतना तो राकेश के लिए बाएँ हाथ का खेल है।
40. भगवान को प्यारा हो जाना – (मर जाना) कल मेरे मित्र के पिता जी भगवान को प्यारा हो गये।
41. मामला रफ़ा-दफ़ा करना – (मामला खत्म करना) – सुकेश के खिलाफ कोर्ट में दहेज का मामला चल रहा था किंतु सरंपच ने दोनों पक्षों को समझा बुझा कर मामला रफ़ा-दफ़ा कर दिया ।
42. मोती पिरोना – ( सुंदर लिखाई) – मेधावी की लिखाई देखकर ऐसा लगता है जैसे किसी ने मोती पिरो दिये हों ।
43. रंग उड़ना – (घबरा जाना) जब अध्यापक ने विद्यार्थी को नकल करते हुए पकड़ लिया तो उसका रंग उड़ गया ।
44. रुपया पानी में फेंकना – (व्यर्थ खर्च करना) – आजकल के इस दिखावे के युग में लोग शादियों में रुपया पानी में फेंकते हैं ।
45. विपत्ति मोल लेना- (जानबूझकर संकट में पड़ना) – उस पहलवान से झगड़कर दिनेश ने विपत्ति मोल ले ली है ।
46. शान में बट्टा लगना / फर्क आना- (प्रतिष्ठा घटना ) – तुमने कसूर किया है इसलिए अपने बड़े भाई से माफी माँग लेने से तुम्हारी शान में बट्टा नहीं लगेगा।
47. सफेद झूठ – (एकदम असत्य ) – हमें कभी भी किसी के प्रति सफेद झूठ नहीं बोलना चाहिए।
48. सिर – आँखों पर बिठाना – ( बहुत सम्मान देना) – जब भारतीय टीम विश्व कप जीतकर आयी तो भारतवासियों ने सभी खिलाड़ियों को सिर – आँखों पर बिठा लिया।
49. सिर पर पाँव रखकर भागना – ( बहुत तेज़ी से भाग जाना ) – चारों तरफ से पुलिस से घिर जाने पर चोर सिर पर पाँव रखकर भाग निकला।
50. हरी झंडी दिखाना – ( स्वीकृति देना) – माननीय शिक्षा मंत्री जी ने हमारे गांव में हाई स्कूल खोलने की योजना को हरी झंडी दिखा दी ।
नीचे दिए गए मुहावरों के अर्थ समझकर वाक्य बनाइए : (अभ्यास कार्य)
1. अपने पैरों पर खड़े होना (आत्मनिर्भर होना) दीपक के माता पिता बहुत खुश हैं क्योंकि वह अपने पैरों पर खड़ा हो गया है।
2. आँच न आने देना (किसी तरह का नुकसान न होने देना) मनप्रीत ने अपनी दोस्त से मदद ली पर दोस्त पर आँच तक न आने दी ।
3. उन्नीस-बीस का अंतर होना (बहुत कम अंतर होना) सुमन और दीपक की लंबाई में उन्नीस-बीस से ज्यादा फर्क नहीं है।
4. कान में तेल डाल लेना (बात न सुनना) अध्यापक ने इतने अच्छे तरीके से पढ़ाया लेकिन तुम्हें कुछ भी समझ नहीं आया क्या तुम कान में तेल डालकर बैठे थे?
5. गले का हार (बहुत प्यारा) वही दोस्त जो कल तक गले का हार थे, बुरा वक़्त आने पर छोड़ कर चले गए।
6. चैन की बंसी बजाना (सुखपूर्वक रहना) सारी जिम्मेदारियों से फुर्सत पाकर गुरसेवक सिंह आजकल अपने घर पर चैन की बंसी बजा रहे हैं।
7. तिल का ताड़ बनाना (छोटी सी बात को बढ़ाना) हरमन ने इतनी छोटी सी बात पर लित का ताड़ बना दिया और गाँव के लोगो को इकठ्ठा कर लिया ।
8. दाँतों में जीभ होना (चारों ओर विरोधियों से घिरे रहना) जब से महेद्र की लड़ाई कॉलेज के छठे हुए बदमाशों से हुई है तब जब भी वह कॉलेज आता है तो ऐसा लगता है कि उसके बत्तीस दांतो में जीभ है।
9. पीठ दिखाना (हारकर भाग जाना) युद्ध में पीठ दिखाकर भागना कायरों की निशानी है ।
10. मुँह में पानी भर आना (ललचाना) मिठाई देखते ही हुसन के मुँह में पानी भर आया।