पंच परमेश्वर (लेखक-मुंशी प्रेमचन्द)
(अभ्यास हल सहित)
(क)विषय बोध
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक या दो पंक्तियों में दीजिए:-
प्र 1. जुम्मन शेख की गाढ़ी मित्रता किसके साथ थी?
उत्तर- जुम्मन शेख की गाढ़ी मित्रता अलगू चौधरी के साथ थी।
प्र 2. रजिस्ट्री के बाद जुम्मन का व्यवहार खाला के प्रति कैसा हो गया था?
उत्तर- रजिस्ट्री के बाद जुम्मन का व्यवहार खाला के प्रति बहुत रूखा हो गया था।
प्र 3. खाला ने जुम्मन को क्या धमकी दी?
उत्तर- खाला ने जुम्मन को पंचायत बुलाने की धमकी दी।
प्र 4. बूढ़ी खाला ने पंच किसको बनाया था?
उत्तर- बूढ़ी खाला ने अलगू चौधरी को पंच बनाया था।
प्र 5. अलगू के पंच बनने पर जुम्मन को किस बात का पूरा विश्वास था।
उत्तर- अलगू के पंच बनने पर जुम्मन को फैसला खुद के हक में होने का पूरा विश्वास था।
प्र 6. अलगू ने अपना फैसला किसके पक्ष में दिया?
उत्तर- अलगू ने अपना फैसला बूढ़ी खाला के पक्ष में दिया।
प्र 7. एक बैल के मर जाने पर अलगू ने दूसरे बैल का क्या किया?
उत्तर – अलगू ने दूसरे बैल को समझू साहू को बेच दिया।
प्र 8. समझू साहू ने बैल का कितना दाम चुकाने का वादा किया?
उत्तर- समझू साहू ने बैल का डेढ़ सौ रुपया दाम चुकाने का वादा किया।
प्र 9. पंच परमेश्वर की जय जयकार किस लिए हो रही थी?
उत्तर- सच्चे न्याय के लिए पंच परमेश्वर की जय जयकार हो रही थी।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन-चार पंक्तियों में दीजिए-
प्र 1. जुम्मन और उसकी पत्नी द्वारा खाला की खातिरदारी करने का क्या कारण था?
उत्तर- खाला के पास थोड़ी सी ज़मीन थी और खाला का कोई दूसरा रिश्तेदार भी नहीं था। जुम्मन और उसकी पत्नी वह ज़मीन अपने नाम करवाना चाहते थे, इसलिए वे खाला की खातिरदारी करते थे।
प्र 2. बूढ़ी खाला ने पंचों से क्या विनती की?
उत्तर- बूढ़ी खाला ने पंचों से विनती की कि उसे ढंग का खाना और कपड़ा दिलवाया जाए नहीं तो उसका महीना वार खर्च बाँध दिया जाए, जिससे कि वह अपना अच्छा गुज़र बसर कर सके।
प्र 3. अलगू ने पंच बनने के झमेले से बचने के लिए बूढ़ी खाला से क्या कहा?
उत्तर- अलगू ने पंच बनने के झमेले से बचने के लिए कहा कि वह जुम्मन शेख का बचपन का मित्र है, इसलिए वह पंचायत में उसके खिलाफ कुछ नहीं बोल सकेगा ।
प्र 4. अलगू चौधरी ने अपना क्या फैसला सुनाया?
उतर. अलगू चौधरी ने पंचायत में अपना यह फैसला सुनाया कि बूढ़ी खाला को अच्छा खाना और कपड़ा दिया जाए और साथ ही साथ उसको महीना वार खर्च भी दिया जाए नहीं तो रजिस्ट्री को रद्द कर दिया जाएगा।
प्र 5. अलगू चौधरी से खरीदा हुआ समझू साहू का बैल किस कारण मरा?
उत्तर- समझू साहू उस बैल पर बहुत अत्याचार करता था। वह उसे ढंग से चारा- पानी भी नहीं देता था। इसके अतिरिक्त वह उससे बहुत ज़्यादा काम करवाता था और उसे मारता भी था। इस कारण बैल मर गया।
प्र .6 सरपंच बनने पर भी जुम्मन शेख अपना बदला क्यों नहीं ले सका?
उत्तर- सरपंच के स्थान पर बैठने से जुम्मन शेख के मन में कोई मैल नहीं रहा। उसकी वाणी भी सच का साथ देने लगी। इसलिए उसने अलगू चौधरी के हक में फैसला सुनाया और वह अपना बदला नहीं ले सका।
प्र 7. जुम्मन ने क्या फैसला सुनाया?
उत्तर- जुम्मन ने यह फैसला सुनाया कि बैल के पूरे दाम दिए जाएं क्योंकि जब बैल खरीदा गया तो उसे कोई बीमारी न थी। यदि अलगू कोई रियायत समझू साहू से करना चाहते हैं तो वे कर सकते हैं।
प्र 8. “मित्रता की मुरझाई हुई लता फिर हरी हो गई” इस वाक्य का क्या अभिप्राय है?
उतर- इसका अभिप्राय ये है कि दोनो मित्रों के मन से वैर ख़त्म हो गया और वे एक दूसरे के दुबारा मित्र बन गये ।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर छह-सात पंक्तियों में दीजिए:-
प्र 1. पंच परमेश्वर कहानी का क्या उद्देश्य है?
उत्तर- पंच परमेश्वर कहानी का उद्देश्य है कि मानव जीवन में अनेक समस्याएं आती हैं और उनका हल भी मानव अपनी बुद्धि से करता है। पंचों में परमेश्वर का निवास होता है। न्याय करते समय मित्र या दुश्मन नहीं देखा जाता न ही अपना पराया देखा जाता है। उस वक्त केवल सच का साथ दिया जाता है। पंचो की वाणी और फैसला परमेश्वर की वाणी और फैसला होता है। यही पंच परमेश्वर कहानी का उद्देश्य है।
प्र 2. अलगू, जुम्मन और खाला में से आपको कौन सा पात्र अच्छा लगा और क्यों ?
उत्तर- अलगू, जुम्मन और खाला में से मुझे अलगू चौधरी का पात्र सबसे अच्छा लगा क्योंकि वह जुम्मन शेख का परम मित्र था परंतु फिर भी पंचायत में उसने पक्षपात नहीं किया और बूढ़ी खाला के पक्ष में फैसला सुनाया, क्योंकि सच उसके साथ था। वह जानता था कि जुम्मन शेख गलत है। उसने स्वार्थवश अपने मित्र का साथ नहीं दिया अपितु न्याय किया। उसके बाद भी जब उसका बैल समझू साहू ने खरीद लिया तो उसने कई दिनों तक पैसे की मांग नहीं की और अंत में भी वह अपने मित्र से नाराज़ नहीं हुआ।
प्र 3. दोस्ती होने पर भी अलगू ने जुम्मन के खिलाफ फैसला क्यों दिया और दुश्मनी होने पर भी जुम्मन ने अलगू के पक्ष में फैसला क्यों दिया?
उत्तर- अलगू चौधरी और जुम्मन शेख परम मित्र थे किंतु जब पंचायत में न्याय करने के लिए अलगू को सरपंच चुना गया तो उसने केवल न्याय का साथ दिया और बूढ़ी खाला के पक्ष में फैसला सुना दिया। इससे दोनों मित्रों की मित्रता में दरार आ गई परंतु जैसे ही अलगू और समझू साहू के झगड़े का निपटारा करने के लिए जुम्मन सरपंच बना तो उसे भी सरपंच के पद की अहमियत का पता चला। उसे महसूस हुआ कि पंचों की वाणी में परमात्मा का निवास होता है इसलिए उसने निजी क्रोध से ऊपर उठकर सच और न्याय के हक में फैसला सुनाते हुए अलगू चौधरी को न्याय दिया।
प्र 4 अलगू के पंच बनने पर जुम्मन के प्रसन्न होने और जुम्मन के पंच बनने पर अलगू के निराश होने का क्या कारण था?
उत्तर- बूढ़ी खाला तथा जुम्मन शेख का झगड़ा जब पंचायत में आया तो अलगू को सरपंच बनाया गया। इससे जुम्मन प्रसन्न हो गया क्योंकि अलगू उसका परम मित्र था। जुम्मन को फैसला खुद के हक में होने का यकीन था परन्तु बूढ़ी खाला के हक में फैसला होने से वह अलगू का शत्रु बन गया इसलिए समझू साहू और अलगू चौधरी के झगड़े में जुम्मन के सरपंच बनने से अलगू निराश हो गया ।
(ख) भाषा बोध
1. निम्नलिखित तत्सम शब्दों के तद्भव रूप लिखें।
*तत्सम* *तद्भव*
मुख मुँह
पंच पाँच
मित्र मीत
ग्राम गाँव
उच्च ऊँचा
गृह घर
मृत्यु मौत
संध्या शाम
मास महीना
निष्ठुर कठोर
2 विराम चिह्न:-
* जुम्मन ने क्रोध से कहा, “अब इस वक्त मेरा मुँह ना खुलवाओ।”
* खाला ने कहा, “बेटा क्या बिगाड़ के डर से ईमान की बात ना कहोगे?”
* अलगू बोले, खाला, तुम जानती हो कि मेरी जुम्मन से गाढ़ी दोस्ती है।”
* उन्होंने पान, इलायची, हुक्के-तंबाकू आदि का भी प्रबंध किया था।
3. निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ समझकर इनका अपने वाक्यों में प्रयोग करें –
1. मौत से लड़कर आना (मृत्यु ना होना) मीना अपनी सास को कोसते हुए कहती थी कि वह मौत से लड़कर आई है।
2. कमर झुककर कमान होना (बूढ़ा हो जाना) रोहन के दादाजी की कमर झुककर कमान हो गई।
3. दुख के आँसू बहाना (दुख के कारण रोना) संकट की इस घड़ी में कई मज़दूर दु:ख के आँसू बहा रहे हैं।
4. मुँह ना खोलना (चुप रहना) अलगू ने खाला से कहा कि वह पंचायत में मुँह न खोलेगा।
5. रात दिन का रोना (दु:खी रहना) सास बहू के झगड़े के कारण घर में रात दिन का रोना है।
6. राह निकालना (हल निकालना) दिमाग लगाने पर हर मुश्किल की राह निकलती है।
7. हुक्म सर माथे पर चढ़ाना (बात मानना) हमें बड़ों का हुक्म सिर माथे पर चढ़ाना चाहिए।
8. मुँह खुलवाना (बात उगलवाना) पुलिस मुजरिम से मुँह खुलवा ही लेती है।
9. कन्नी काटना (बचकर निकलना) आजकल के बच्चे कई कामों से कन्नी काटते हैं।
10. ईमान बेचना (बेईमान होना) हमें अपना ईमान नहीं बेचना चाहिए।
11. मन में कोसना (मन में बुरा भला कहना) किसी को मन में कोसना ठीक नहीं है।
12. जड़ खोदना (बीती बात को कुरेदना) पड़ोसी से दुश्मनी निकालने के लिए मोहन उसकी जड़ खोद रहा है।
13. सन्नाटे में आना (हैरान हो जाना) अपने विरुद्ध फैसला सुनकर रामू सन्नाटे में आ गया।
14. दूध का दूध पानी का पानी (सही न्याय करना) पंचायत ने न्याय देकर दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया ।
15. जड़ हिलाना (खत्म करना) बेटे की बुरी संगति ने परिवार की जड़ हिला दी।
16. तलवार से ढाल मिलना (शत्रुता के भाव से मिलना) कहासुनी के बाद दोनों मित्रों में तलवार से ढाल मिलने वाली बात हो गई ।
17. आठों पहर खटकना (हमेशा बुरा लगना) राजेश को अपने भाई आठों पहर खटकने लगे है।
18. मन लहराना (खुशी होना) बच्चे को देखकर मां का मन लहराता है ।
19. लाले पड़ना (मुश्किल में पड़ना) गरीबी के कारण खाने के भी लाले पड़ गए।
20. मोलतोल करना (कीमत तय करना) बाजार में हर चीज़ मोलतोल कर लेनी चाहिए ।
21. लहू सूखना (डर जाना) दुर्घटना को देखते ही गाँव में सब का लहू सूख गया।
22 नींद को बहलाना (जाग-जाग कर रात काटना) चिंता होने पर नींद को बहलाने वाली बात हो जाती है।
23 हाथ धो बैठना (गँवा देना) बुरी आदतों के कारण तुम अपनी जायदाद से हाथ धो बैठे।
24 कलेजा धक-धक करना (व्याकुल होना) सुनसान रास्तों पर कई लोगों का कलेजा धक-धक करता है।
25. फूला ना समाना (बहुत खुश होना) माँ अपने बच्चों को देखकर फूली नहीं समाती।
26 गले मिलना (आलिंगन करना) बहुत दिनों बाद दोनों मित्र आपस में गले मिले ।
27. मैल धुलना (दुश्मनी खत्म होना) सच सामने आने पर दोनो मित्रों के मन की मैल धुल गयी ।
लेखन: मनोज, हिंदी मास्टर, स.ह. स्कूल भड़ाना, फिरोज़पुर
संशोधन: राजन, हिंदी मास्टर, स.मि.स्कूल लोहारका कलां, अमृतसर
संयोजक: दीपक कुमार, हिंदी मास्टर, स.मि.स्कूल मानवाला, बठिंडा