यह सच है कि परीक्षा विद्यार्थी के पूरे वर्ष की मेहनत का परिणाम होती है। इसलिए परीक्षा के अंक विद्यार्थी के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। अच्छे अंक पाने वाले विद्यार्थी सभी को प्रिय लगते हैं। उनके जीवन में यह अंक बहुत काम भी आते हैं। लेकिन सफलता पाने के लिए केवल परीक्षा में अच्छे अंक पा लेना ही काफी नहीं होता । इसके साथ साथ अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, मेहनत, निरंतर अभ्यास, सूझ बूझ, धैर्य, अनुभव, दृढ निश्चय आदि की भी बहुत बड़ी भूमिका होती है। अगर परीक्षा में किसी कारण अंक कुछ कम रह गये तो इसका यह मतलब नही कि आप जीवन में असफल हो जाएँगे। अपितु सफल होने के लिए आवश्यक है कि विद्यार्थी अपनी रुचि व क्षमता को पहचाने और उसी क्षेत्र में पूरे परिश्रम के साथ प्रयत्न करे। अपने लक्ष्य को पाने के लिए पूरी तरह उस में जुट जाएँ तो व्यक्ति अवश्य सफल होता है। विश्व में बहुत से वैज्ञानिक, गणितज्ञ, अभिनेता, खिलाड़ी गायक, व्यवसायी ,संगीतज्ञ है जिन्होंने अपनी प्रतिभा और परिश्रम के बल पर सफलता के शिखर को छुआ। उनकी सफलता का राज उनकी परीक्षा के अंक नहीं थे। इसका यह अर्थ बिल्कुल नहीं कि हमें परीक्षा में अच्छे अंक लेने के लिए प्रयत्न ही नहीं करना चाहिए। अगर किसी कारण परीक्षा में अंक ज्यादा न भी आ पाये तो हमें निराश नहीं होना चाहिए अपितु अपनी क्षमता को पहचानते हुए लग्न व दृढ़ निश्चय के साथ काम करते हुए सफलता को प्राप्त करना चाहिए क्योंकि केवल परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करना ही सफलता का मापदंड नहीं है।
तैयारकर्ता: डॉ० सुमन सचदेवा, हिंदी मिस्ट्रेस, सरकारी हाई स्कूल, मंडी हरजी राम (लड़के) मलोट, ज़िला श्रीमुक्तसर साहिब