पाठ 9 स्वराज्य की नींव (कक्षा सातवीं )

16.9k Views
9 Min Read

पाठ 9 स्वराज्य की नींव (कक्षा सातवीं )

प्रश्न 1: नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिए गए शब्दों को पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें:
ਅੰਗਰੇਜ਼    अंग्रेज़                              ਝਾਂਸੀ                  झाँसी
ਪੈਨਸ਼ਨ     पेंशन                              ਸੰਨਿਆਸੀ            संन्यासी
ਜ਼ਾਲਮ      ज़ालिम                           ਪਰਚਮ                परचम

प्रश्न 2: नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिए गए हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखें:
ਸਵਰਾਜ    स्वराज्य                            ਲਾਟ                    ज्वाला
ਨੀਂਹ         नींव                                 ਬਹਾਦਰ ਔਰਤਾਂ      वीरांगनाएँ
ਫਜ਼ੂਲ       व्यर्थ                                ਬੇਕਸੂਰ                 निरपराध

प्रश्न 3: इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें:
प्रश्न (क) अंग्रेज़ों की नीति क्या थी?
उत्तर :अंग्रेज़ों की नीति थी-“फूट डालो और राज करो।”

प्रश्न (ख) जूही ने रानी को क्या समाचार सुनाया?
उत्तर: जूही ने रानी को समाचार सुनाया कि अंग्रेज़ों ने झाँसी को अपने अधिकार में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

प्रश्न (ग) महारानी के सम्मुख कौन- सी दो मुख्य चुनौतियाँ थीं?
उत्तर: महारानी के सम्मुख पहली चुनौती अत्याचारी अंग्रेज़ और दूसरी चुनौती देशद्रोही थे।

प्रश्न (घ) जूही और मोतीबाई क्या कहकर रानी का हौंसला बढ़ाती हैं?
उत्तर: जूही और मोतीबाई कहती हैं कि वे स्वराज्य के लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर देंगी।

प्रश्न (ङ) रघुनाथ के पूछने पर कि क्या आप दुश्मन के बच्चों को पनाह देंगी तो रानी क्या उत्तर देती है?
उत्तर: रानी उत्तर देती है,“हमारा युद्ध अंग्रेज़ों से है, निरपराध बच्चों और स्त्रियों से नहीं। शरणागत की रक्षा हमारी संस्कृति है”

प्रश्न (च) पाठ में आस्तीन के साँप किसे कहा गया है?
उत्तर: पाठ में आस्तीन के साँप देशद्रोहियों को कहा गया है।

प्रश्न (छ) रानी ने अपने सैनिकों से क्या कहा?
उत्तर: रानी ने अपने सैनिकों से कहा कि जब तक हमारी जान में जान है हम स्वराज्य के लिए लड़ेंगे। हमारा एक-एक बहादुर सौ-सौ अंग्रेज़ों पर भारी पड़ रहा है। फिरंगी भयभीत हैं। हाँ, ध्यान रहे अंग्रेज़ मेरी देह को छूने न पाएँ।

प्रश्न (ज) झलकारी स्वराज्य के लिए किस प्रकार समर्पण करना चाहती है?
उत्तर: झलकारी रानी व अन्य सरदारों को सुरक्षा के साथ बाहर निकालने के लिए स्वयं रानी का वेश बनाकर अंग्रेज़ों को भटकाने के लिए तैयार है ।वह स्वराज्य के लिए  भेंट चढ़ना धन्य समझती है।

प्रश्न (झ) घायल होने पर रानी अपने सिपाहियों से क्या कहती है?
उत्तर: घायल होने पर रानी अपने सिपाहियों से कहती है कि अंग्रेज़ उसकी देह को छूने न पाएँ ।

प्रश्न (ञ) जब सिपाही रानी को संन्यासी की कुटिया में ले जाते हैं,  तब संन्यासी ने क्या कहकर रानी को संबोधित किया?
उत्तर:रानी को देखते ही संन्यासी ने कहा,”मेरे अहो भाग्य! साक्षात् देवी के दर्शन हो गए।”

प्रश्न 4: इन प्रश्नों के उत्तर चार या पाँच वाक्य में लिखें:
प्रश्न (क) आप कैसे कह सकते हैं कि महारानी लक्ष्मी बाई का बलिदान स्वराज्य की नींव बना?
उत्तर: महारानी लक्ष्मी बाई एक वीरांगना थीं। वह साक्षात् दुर्गा का अवतार थीं। उन्होंने छोटी सी आयु में अंग्रेज़ों से युद्ध किया तथा देश की रक्षा करते-करते शहीद हो गईं ।रानी का बलिदान स्वराज्य की नींव का पत्थर बना। रानी ने जो आज़ादी की चिंगारी जलाई,उसी पर स्वराज्य की इमारत चमचमायी। वह लाखों लोगों के लिए आदर्श बनी। अतः कहा जा सकता है कि लक्ष्मीबाई का बलिदान स्वराज्य की नींव बना ।

प्रश्न (ख) हमें किस घटना से पता चलता है कि रानी एक वीरांगना होते हुए भी ममतामयी माँ थी?
उत्तर: जब गुल मुहम्मद ने रानी को बताया कि विद्रोही सैनिकों ने अंग्रेज़ सैनिकों पर धावा बोल दिया है और अंग्रेज़ सैनिक अपने बाल बच्चों के लिए शरण माँग रहे हैं तो इस पर रानी ने तुरंत अंग्रेज़ सैनिकों के बच्चों तथा स्त्रियों को शरण देने के लिए कहा। इस घटना से पता चलता है कि रानी वीरांगना होते हुए भी ममतामयी माँ थी।

प्रश्न 5: इन मुहावरों के अर्थ लिखते हुए वाक्यों में प्रयोग करें:
1 आस्तीन का साँप (कपटी मित्र) राम तो आस्तीन का साँप निकला।
2 छठी का दूध याद आना (बहुत अधिक कठिनाई महसूस होना) गणित के प्रश्न हल करते-करते मुझे छठी का दूध याद आ गया ।
3 बाल भी बाँका न होना (तनिक भी चोट न पहुँचना) माँ अपने बच्चे का बाल भी बाँका नहीं होने देती।

प्रश्न 6: नए शब्द बनाएं:
स्व + राज्य              स्वराज्य
आक्रमण +कारी      आक्रमणकारी
गुप्त +चर                गुप्तचर
देश + द्रोही              देशद्रोही
अ + समय                असमय

प्रश्न 7: पर्यायवाची शब्द लिखें:
तलवार   –   खड्ग, कृपाण
रक्त       –  खून, लहू
घोड़ा      –  तुरंग, हय
इमारत   –  भवन, मकान
प्रणाम    –  नमन, नमस्कार
हाथ       –  हस्त, कर
स्वतंत्रता – आज़ादी, स्वाधीनता
शहीद   –  कुर्बान, बलिदानी
पत्थर    –  शिला, पाषाण

प्रश्न 8: लिंग बदलो:
वीर         वीरांगना                साधु      साध्वी
दास        दासी                    रानी      राजा

प्रश्न 9: विपरीत शब्द लिखें:
अचेत       सचेत                  स्वतंत्रता  परतंत्रता
अँधेरा       उजाला               प्रातः       सायं
गुप्त          प्रकट                 युद्ध        शांति

प्रश्न 10: इन वाक्यों में आए सर्वनाम शब्द को रेखांकित करें और उसका भेद बताएं:
(क) उन्होंने शेरनी के मुँह में हाथ डालने की कोशिश की।
उत्तर : उन्होंने  अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम
(ख) मैं पेंशन नहीं लूँगी ।
उत्तर: मैं  उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम
(ग) आपको पाँच हज़ार रुपये  पेंशन दी जाएगी।
उत्तर: आपको  मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम।
(घ) कोई भी बचने नहीं पाए ।
उत्तर: कोई  अनिश्चयवाचक सर्वनाम ।
(ङ) बेटा !कौन आया है ?
उत्तर: कौन  प्रश्नवाचक सर्वनाम।
(च) यह रानी का महल है ।
उत्तर: यह  निश्चयवाचक सर्वनाम।

लेखन: रजनी गोयल,  हिंदी अध्यापिका, स(क).स.स. स्कूल,  रामां बठिंडा I
संयोजक: दीपक कुमार, हिंदी अघ्यापक, स.मि. स्कूल मानवाला,  बठिंडा I
संशोधन: डॉ. सुमन सचदेवा, हिंदी अध्यापिका, स.ह. स्कूल (लड़के) मंडी हरजीराम, मलोट I
संशोधन: डॉ.योगिता पासी, हिंदी अध्यापिका, स.हाई.स्कूल, औजला, कपूरथला I

Share This Article
Leave a review

Leave a Review

Your email address will not be published. Required fields are marked *