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जब किसी संज्ञा शब्द से किसी द्रव्य का बोध हो तो उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे –
गेहूं ,पानी , जूस , चीनी , दूध, आटा आदि
(ii)समूह वाचक संज्ञा ( Samooh vachak sangya )
संज्ञा किसे कहते है ?
किसी व्यक्ति ( प्राणी ) वस्तु , स्थान , अथवा भाव आदि के नाम को संज्ञा कहते है। जैसे – राम , पंजाब , बठिंडा , मिठास , घोड़ा आदि।
संज्ञा के कितने भेद है ?
इस के तीन भेद है –
व्यक्तिवाचक , जातिवाचक , भाववाचक संज्ञा।
1 व्यक्तिवाचक संज्ञा ( Vyakti vachak sangya )
वह शब्द जो किसी एक ( विषेश ) व्यक्ति , वस्तु , स्थान आदि का बोध करवाता है उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते है। जैसे –राम , पंजाब ,
राम – व्यक्ति का नाम है
पंजाब – एक राज्य का नाम है किन्तु एक नाम को सूचित कर रहा है इसलिए यह व्यक्तिवाचक है।
2 जातिवाचक संज्ञा Jaati vachak sangya )
जो शब्द किसी सम्पूर्ण जाति का बोध करवाता है वह जातिवाचक संज्ञा कहलाता है। जैसे –
बेटा, कक्षा , स्कूल , नदी , बच्चे , विद्यालय आदि।
जातिवाचक संज्ञा के दो भेद है 1 द्रव्यवाचक संज्ञा 2 समूह वाचक संज्ञा।
(i) द्रव्यवाचक संज्ञा ( Dravya vachak sangya )
राम – व्यक्ति का नाम है
पंजाब – एक राज्य का नाम है किन्तु एक नाम को सूचित कर रहा है इसलिए यह व्यक्तिवाचक है।
2 जातिवाचक संज्ञा Jaati vachak sangya )
जो शब्द किसी सम्पूर्ण जाति का बोध करवाता है वह जातिवाचक संज्ञा कहलाता है। जैसे –
बेटा, कक्षा , स्कूल , नदी , बच्चे , विद्यालय आदि।
जातिवाचक संज्ञा के दो भेद है 1 द्रव्यवाचक संज्ञा 2 समूह वाचक संज्ञा।
(i) द्रव्यवाचक संज्ञा ( Dravya vachak sangya )
जब किसी संज्ञा शब्द से किसी द्रव्य का बोध हो तो उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे –
गेहूं ,पानी , जूस , चीनी , दूध, आटा आदि
(ii)समूह वाचक संज्ञा ( Samooh vachak sangya )
जब किसी संज्ञा शब्द से व्यक्ति या वस्तु के समूह का बोध होता है तब उसे समूहवाचक संज्ञा कहते हैं।
परिवार, कक्षा, सेना, भीड़, पुलिस आदि।
3 भाववाचक संज्ञा ( Bhav vachak sangya )
जिस संज्ञा शब्द से पदार्थों की अवस्था, गुण-दोष, भाव या दशा,धर्म आदि का बोध हो उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं।
यथा- बुढ़ापा, मिठास, बचपन, मोटापा, चढ़ाई, थकावट आदि।