महीना | विषय वस्तु |
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अप्रैल- मई | व्याकरण: लिंग परिवर्तन, वचन परिवर्तन, नए शब्दों का निर्माण, क्रिया, काल, शुद्ध-अशुद्ध, मुहावरे।
निबंध:- मेरा मित्र /मेरी सखी, वैशाखी का मेला पाठ-1 भारत के कोने-कोनेसे, पाठ-2 परमात्मा जो करता है, अच्छा ही करता है, पाठ-3 रक्तदान – एक बहुमूल्य संस्कार, पाठ-4 फूल और काँटा, पाठ-5 हार की जीत, प्रार्थना पत्र:- मित्र के प्रथम आने पर उसे बधाई पत्र, कहानी:दो बिल्लियाँ और एक बंदर, |
फारमेटिव-1 मूल्यांकन | |
जून | ग्रीष्मावकाश के दौरान अध्यापक अपनी सुविधानुसार विद्यार्थियों को कोई न कोई रचनात्मक कार्य दे सकते हैं। |
जुलाई–अगस्त | व्याकरण :- भाववाचकनिर्माण, पुरुष ( उत्तम, मध्यम व अन्यपुरुष) समानार्थक(पर्यायवाची शब्द), नए शब्दों का निर्माण, विशेषण निर्माण, विपरीतार्थकशब्द, कहानी : खरगोश और कछुआ
पाठ-6 राष्ट्र के गौरवप्रतीक, पाठ-7 आ री बरखा!, पाठ-8 विजय दिवस, पाठ-9स्वराज्य की नींव पाठ-10 बढ़े चलो, बढ़े चलो प्रार्थना पत्र :- गर्मियों की छुट्टियों में अपने घनिष्ठ मित्र को छुट्टियां एक साथ मनाने के लिए निमन्त्रण पत्र, खिड़की का शीशा टूट जाने पर क्षमा मांगते हुए प्रार्थना पत्र, निबंध : मेरी कक्षा का कमरा, मेरा अध्यापक |
फारमेटिव-2 मूल्यांकन | |
सितंबर | अध्यापक दिवस, हिंदी दिवस पर प्रतियोगिताएं करवायी जायें। (SA1 की तैयारी एवं परीक्षा) |
अक्टूबर–नवंबर | पाठ-11 धीरा कीहोशियारी, पाठ-12 अशोक का शस्त्रत्याग, पाठ-13 साक्षरताअभियान, पाठ-14 गिल्लू, पाठ-15 धर्मशाला व्याकरण : वाच्य, विरामचिह्न, क्रिया विशेषण, समुच्चयबोधक,(योजक) सम्बन्धबोधक
कहानी : हाथी औरदर्ज़ी, निबंध : श्री गुरु गोबिन्द सिंह, दीपावली प्रार्थना पत्र : बहनके विवाह परअवकाश के लिए मुख्याध्यापिका को प्रार्थनापत्र । |
फारमेटिव-3 मूल्यांकन | |
दिसम्बर- जनवरी | पाठ-16 कोई नहीं बेगाना, पाठ-17 अन्याय के विरोधमें पाठ-18 सड़कसुरक्षा : जीवन रक्षा,
निबंध: आँखों देखा मैच, प्रार्थना पत्र :- अपने मित्रको पत्र लिखकर बतायें किआपका नया स्कूलकिन–किन बातोंमें अच्छा है। व्याकरण :- विस्मयादिबोधक,मुहावरे, नए शब्दों का निर्माण, कहानी:- दो मित्र और रीछ, शेर और चुहिया |
फारमेटिव-4 मूल्यांकन | |
फरवरी
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पाठ-19 दोहावली, पाठ – 20 मैं जीती
व्याकरण: शुद्ध–अशुद्ध, नएशब्दों का निर्माण, मुहावरे। व्याकरण की दोहराई करवाई जाये। |
मार्च | दोहराई और संकलित मूल्यांकन-2 की तैयारी |
नोट: 1 उपर्युक्त के अतिरिक्त पाठों के अभ्यास करावये जायें। 2.अभ्यास गत अन्य प्रश्नों के साथ-साथ गुरुमुखी लिपि से देवनागरी लिपि में लिप्यंत्रण और पंजाबी भाषा के शब्दों का हिंदी भाषा में अनुवाद करवाया जाये। 3. छात्रों को कठिन शब्दों के अर्थ समझाये जायें।