भाग-क: पर्यायवाची शब्द, शब्द-शुद्धि, संज़ा, सर्वनाम, कारक,विशेषण, क्रिया तथा क्रिया-विशेषण की पहचान
पर्यायवाची शब्द:-
लहर – तरंग, हिलोर नैया – नौका, किश्ती,नाव कोशिश – प्रयास, प्रयत्न,
सिंधु – समुद्र, सागर, जलधि उत्साह – साहस, जोश, हिम्मत आज़ादी – स्वतन्त्रता, मुक्ति
संघर्ष – टकराव, युद्ध, लड़ाई हिम्मत – जोश, साहस, हौसला तड़ित – चपला, बिजली, विद्युत
गगन – आकाश, नभ, अंबर खुशी – प्रसन्नता, हर्ष, उल्लास घन – बादल, मेघ
पुष्प – फूल, सुमन भाई – भ्राता, सहोदर मनुज – मानव, मनुष्य, मानुष
ज्योति – आलोक,उजाला, प्रकाश संसार – जग, विश्व, दुनिया, पथ – रास्ता, राह, मार्ग
चुनौती – ललकार, आह्वान सेवा – खातिरदारी, खिदमत, अनूठा – अनोखा, निराला
पुरस्कार – इनाम, पारितोषिक दृढ़ता – प्रबलता, मज़बूती हाथ – हस्त, कर, पाणि
उपहास – मज़ाक, मखौल अधिकार – हक, प्रभुत्व शक्ति – ताकत, बल
भाग्य – किस्मत, लेख, तकदीर मस्तिष्क – मगज़, दिमाग लक्ष्य – उद्देश्य, निशाना, मंज़िल
प्रयत्न – कोशिश, प्रयास, पैर – पाँव, पग, चरण अध्यापक – गुरु, उस्ताद,
अंधकार -अँधेरा, तम, तमस् लज्जित – शर्मसार, शर्मिंदा जल – पानी, नीर, आब
मींह – बरसात, वर्षा, बारिश सीख – शिक्षा, ज्ञान जन – लोग, मनुज, मनुष्य
दु:ख – पीड़ा, दर्द, कष्ट आँख – नयन, नेत्र धरती – भूमि , धरा, भू
ईश्वर – परमात्मा, प्रभु प्रभात – सवेरा, सुबह रात – रात्रि, निशा
नदी – सरिता, नद,तटिनी चरण – पैर, पाँव किताब – पोथी, पुस्तक
मानव – इन्सान, मनुष्य शरीर – देह, काया मित्र – दोस्त, सखा
झण्डा – ध्वज, पताका सैलानी – पर्यटक, यात्री आज्ञा – आदेश, हुक्म
अमन – शांति, चैन सूरज – सूर्य, दिनकर, भानु शहीदी – बलिदान, कुर्बानी
किरण – रश्मि, कर, मरीचि हवा – वायु, पवन, समीर योद्धा – सैनिक, सिपाही
दिन – दिवस, वासर, वार पेड़ – वृक्ष, पादप, तरु तमन्ना – इच्छा, कामना
शब्द-शुद्धि
शकतीशाली – शक्तिशाली बहुमूलय – बहुमूल्य घोषना – घोषणा
पुरसकार – पुरस्कार सूदरिढ़ – सुदृढ़ मरितयु – मृत्यु
राखीयां – राखियाँ विशमता- विषमता पुश्प – पुष्प
खूशी – खुशी रूलाई – रुलाई हिरदय – हृदय
प्रन – प्रण स्वाधिनता – स्वाधीनता चुनोती – चुनौती
जालिम – ज़ालिम कानुन – कानून अनगिणत – अनगिनत
प्रिथक – पृथक बुराईयाँ – बुराइयाँ छुटियाँ – छुट्टियाँ
अभीवादन – अभिवादन खेलकुद – खेलकूद अधियापिका – अध्यापिका
परणाली – प्रणाली परदर्शनी – प्रदर्शनी थीयेटर – थियेटर
कारयालय – कार्यालय पराचार्य – प्राचार्य ब्रहमंड – ब्रह्माण्ड
द्रशक – दर्शक अनुरोद – अनुरोध म्यूजिक-म्यूज़िक
ज्ञानवरधक – ज्ञानवर्धक दरासल – दरअसल आपरेशन – ऑप्रेशन
शिश्टाचार – शिष्टाचार पड़ाती – पढ़ाती कीताब – किताब
हीमालय – हिमालय सविकार – स्वीकार चमतकार – चमत्कार
आँसु – आँसू सुभाव – स्वभाव विवहार – व्यवहार
वातसतय – वात्सल्य विशवविदयालय – विश्वविद्यालय इज़ाजत- इजाज़त
रस्ते – रास्ते धवज – ध्वज जशन – जश्न
वृदधी – वृद्धि जिदाबाद – ज़िन्दाबाद भुमिका – भूमिका
संज्ञा शब्द चुनकर लिखें :-
डरकर दाना मोती चींटी
जब देखो चढ़ना हाथ
असफलता सिंधु साहस तुम
उत्तर- दाना, मोती, चींटी,हाथ, असफलता, सिंधु, साहस,
प्रत्येक शब्द के आगे लिखो यह कौन सी संज्ञा है?
शेर – जातिवाचक संज्ञा शकटार – व्यक्तिवाचक संज्ञा
लज्जा – भाववाचक संज्ञा पिंजरा – जातिवाचक संज्ञा
गर्मी – भाववाचक संज्ञा गुस्सा – भाववाचक संज्ञा
किशोर – जातिवाचक संज्ञा दूत – जातिवाचक संज्ञा
पानी – जातिवाचक संज्ञा मंदिर – जातिवाचक संज्ञा
नीचे दी गई जातिवाचक संज्ञा से संबंधित व्यक्तिवाचक संज्ञा लिखें:
राज्य (जातिवाचक संज्ञा) मगध, पंजाब
राजा (जातिवाचक संज्ञा) चन्द्रगुप्त, राणा प्रताप
लड़का (जातिवाचक संज्ञा) दीपक, नरेश
देश (जातिवाचक संज्ञा ) भारत, चीन
नीचे दिये गये वाक्यों में निर्देशानुसार उत्तर लिखें:
शरीर को पूर्णता अंगों के सहयोग से मिलती है। (भाववाचक संज्ञा छाँटें)
पड़ोसियों से सहयोग करना चाहिए। (संज्ञा शब्द छाँटकर उनका भेद लिखें)
सहयोग से कक्षा का वातावरण मैत्रीपूर्ण हो जायेगा। (जातिवाचक संज्ञा छाँटें)
उत्तर- (1 ) भाववाचक संज्ञा = पूर्णता (2) जातिवाचक संज्ञा = पड़ोसियों (घ) जातिवाचक संज्ञा = सहयोग
इन वाक्यों में से सर्वनाम शब्द अलग कर लिखें:-
(क) हम लाल किला देखने जायेंगे। (हम – सर्वनाम)
(ख) तुम्हें पता चल जायगा। (तुम्हें – सर्वनाम)
(ग) मैं आपको गाडी में बैठाकर आता हूँ । (मैं- सर्वनाम)
(घ) उसने कहा, “आपकी गाड़ी का समय होने वाला है।” (उसने, आपकी – सर्वनाम)
(ङ) उसे कन्हैया नगर स्टेशन से अधिकारियों ने हमारे आने की सूचना पहले ही दे दी थी। (उसे, हमारे – सर्वनाम)
इन वाक्यों में सर्वनाम शब्दों को रेखांकित करें तथा विशेषण शब्दों पर गोला लगायें।
(नोट: शब्दों पर गोला लगाने के स्थान पर उनका फॉण्ट बोल्ड कर दिया गया है)
(क) वे निपुण परीक्षक के रूप में प्रसिद्ध हो गये ।
(ख) वे अटूट साहस वाले व्यक्ति थे ।
(ग) उनका ध्येय राष्ट्रीय पुरस्कार या सम्मान पाना नहीं था।
(घ) पिता को उनका दाखिला चार वर्ष की आयु में ही प्रथम कक्षा में करवाना पड़ा।
(ड) उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने का कार्य स्काड्रन लीडर अनिल शर्मा ने कर दिखाया।
नीचे दिये गये वाक्यों में निर्देशानुसार उत्तर लिखें:
सहयोग से लोहा भी सोना बन जाता है, उसका मूल्य सौ गुणा बढ़ जाता है। (यहाँ सर्वनाम कौन-सा है?)
निम्नलिखित वाक्यों में रेखांकित पदों में कारक बतायें:-
(क) भास्कर रेलगाड़ी देखने के लिए प्लेटफार्म के नज़दीक जा पहुँचा । (सम्प्रदान कारक)
(ख) आज हम सभी मेट्रो रेल के द्वारा जायेंगे। (करण कारक)
(ग) प्रतिभा खिड़की वाली सीट पर बैठ गयी । (अधिकरण कारक)
(घ) सभी स्वचालित सीढ़ियों के द्वारा भूमिगत प्लेटफार्म पर पहुँच गये । (करण कारक)
(ङ) गुरु जी ने बच्चों को बड़े प्यार से समझाया । (कर्ता कारक)
(च) हमने राष्ट्रीय खेलों में भाग लिया । (अधिकरण कारक)
दिए गये संज्ञा शब्दों के लिए सही विशेषण शब्द चुनकर लिखें :-
रंग बिरंगे, पतली, चंचल, हरे-भरे, नोकीले, ऊँची, मेरी, गोल
हरे-भरे – पेड़ पतली – रस्सी नोकीले – पर
चंचल – चिड़िया गोल – डिब्बे ऊँची – डाली
मेरी – ननद रंग-बिरंगे – फूल
नीचे लिखे वाक्यों में क्रियाएँ अकर्मक हैं अथवा सकर्मक:-
(1) हामिद हाथ फैलाता है। सकर्मक
(2) अमीना ने छाती पीट ली। सकर्मक
(3) वह रोने लगी। अकर्मक
(4) लोग आपस में गले मिल रहे हैं। सकर्मक
(5) ईदगाह जाने वालों की टोलियाँ नज़र आने लगीं। सकर्मक
(6) बच्चों के लिए नगर की सभी चीजें अनोखी थीं। सकर्मक
(7) स्कूल में वह सभी अध्यापकों की चहेती थी। अकर्मक
(8) आकाश में विमानों को उड़ता देखकर वह उनकी ओर आकर्षित हो जाती थी। सकर्मक
(9) वह स्नातकोत्तर की डिग्री लेने के लिए अमेरिका पहुँच गई। सकर्मक
(10) कल्पना ने 19 नवम्बर 1997 को अन्तरिक्ष में अपनी पहली उड़ान भरी। सकर्मक
(11) प्रत्येक मनुष्य सपने देखता है। सकर्मक
(12) बड़े होने पर कल्पना ने अपने सपने को साकार कर दिखाया । सकर्मक
(13) नासा ने उसे एक बार फिर अन्तरिक्ष यात्रा के लिए चुना। सकर्मक
निम्नलिखित वाक्यों में क्रिया विशेषण शब्द छाँटकर सामने लिखें:-
मैं जल्दी-जल्दी काम निपटा कर उसी चौराहे पर पहुँची। जल्दी-जल्दी
वह मेरी तरफ एकटक देखने लगा। एकटक
वह गाड़ी के पास आकर झट से बोला। झट से
मैं कल आऊँगी। कल
वह उधर बैठी है। उधर
निम्नलिखित वाक्यों में क्रिया विशेषण को रेखांकित करके उसका भेद भी लिखें-
वाक्य क्रिया विशेषण का भेद
(क) ये लोग क्यों धीरे-धीरे चल रहे हैं? रीतिवाचक क्रिया विशेषण
(ख) इधर दुकानों की कतार लगी हुई है। स्थानवाचक क्रिया विशेषण
(ग) आज ईद आ गई। कालवाचक क्रिया विशेषण
(घ) उसने कुछ नहीं खाया। परिमाणवाचक क्रिया विशेषण
(ङ) वह ज़ोर से चिल्लाया। रीतिवाचक क्रिया विशेषण