(क) विषय-बोध
1.निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक या दो पंक्तियों में दीजिए –
प्रश्न (1) बुजुर्ग बसंती कहाँ रह रही थी?
उत्तर: बुजुर्ग बसंती अपने पुश्तैनी मकान में रह रही थी।
प्रश्न (2) बुजुर्ग बसंती को किस का पत्र मिला?
प्रश्न (3) बसंती की पड़ोसन कौन थी ?
उत्तर: बसंती की पड़ोसन रेशमा थी ।
प्रश्न (4) बसंती बेटे के साथ कहाँ आई थी ?
उत्तर: बसंती बेटे के साथ नगर में उसके घर आई थी।
प्रश्न 5.कोठी में कितने कमरे थे?
उत्तर: कोठी में तीन बैडरूम, एक ड्राईंग रूम और नौकरों के कमरे थे।
प्रश्न (6) नौकर ने बसंती का सामान कहाँ रखा था?
उत्तर: नौकर ने बसंती का सामान बरामदे के साथ वाले कमरे में रखा था।
2.निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन-चार पंक्तियों में दीजिए:
प्रश्न (1) बेटे ने पत्र में अपनी माँ बसंती को क्या लिखा ?
उत्तर: बेटे ने अपनी माँ को पत्र में लिखा था कि उसकी तरक्की हो गई है। उसे उसकी कंपनी ने रहने के लिए बहुत बड़ी कोठी दे दी है। अब वह रहने के लिए उसके पास शहर में आ जाए उसे किसी तरह की कोई तकलीफ़ नहीं होगी।
प्रश्न (2) पड़ोसन रेशमा ने बसंती को क्या समझाया ?
उत्तर: पड़ोसन रेशमा ने बसंती को समझाया कि उसे बेटे के पास रहने के लिए नहीं जाना चाहिए। शहर में रहने वाले बहू-बेटे बड़े बुजुर्गों को अपने पास रहने के लिए बुला तो लेते हैं पर उन्हें सम्मान से नहीं रखते हैं। उनसे नौकरों वाले काम करवाते हैं। उन्हें ठीक तरह से खाने पीने को भी नहीं देते।
प्रश्न (3) बसंती क्या सोचकर बेटे के साथ शहर आई?
उत्तर: बसंती को अपने पुत्र पर भरोसा था। फिर भी पड़ोसन के डराने से वह मन ही मन भयभीत थी। अगले दिन जब बेटा उसे ले जाने के लिए स्वयं कार लेकर आ गया तो वह उसकी ज़िद के कारण शहर जाने के लिए तैयार हो गई। उसने सोच लिया था कि ‘जो होगा देखा जावेगा’।
प्रश्न (4) बसंती के कमरे में कौन कौन-सा सामान था?
उत्तर: बसंती के कमरे में डबल बैड बिछा हुआ था टी॰वी॰ पड़ा था। एक टेपरिकॉर्डर भी था। दो कुर्सियाँ पड़ी थी। बैड पर बहुत नर्म गद्दे थे। उसे अपना कमरा स्वर्ग जैसा सुंदर लग रहा था ।
प्रश्न (5) बसंती की आँखों में आँसू क्यों आ गई ?
उत्तर बसंती की आँखों में खुशी के आँसू थे। उसे ऐसी संपन्नता भरा जीवन अब तक कभी प्राप्त नहीं हुआ था। वह अपने पुश्तैनी घर में जैसे-तैसे अकेली जीवन काट रही थी। अब बेटे और उसके परिवार के साथ सुख पूर्वक रह सकेगी। उसका बुढ़ापा आराम से कट जाएगा। उसके पुत्र ने आज के कुछ स्वार्थी पुत्रों जैसा व्यवहार नहीं किया था। इसलिए उसकी आँखों में खुशी के आँसू थे ।
प्रश्न 6. माँ का कमरा कहानी का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: माँ का कमरा कहानी ‘श्याम सुंदर अग्रवाल’ द्वारा रचित है। इसमें लेखक ने आज के स्वार्थ भरे जीवन में बच्चों का हाल बताया है। जो बड़े होकर अपने माता-पिता के साथ नौकरों जैसा व्यवहार करते हैं। परंतु लेखक ने इस कहानी में बताया है कि आज भी ऐसे अनेक पुत्र हैं जो अपने माता-पिता की चिंता करते हैं तथा उनका ध्यान रखते हैं तथा वे सोचते हैं कि यह वहीं माता-पिता हैं जिन्होंने हमें पढ़ा-लिखा कर बड़ा किया तथा हमारा पालन-पोषण किया। लेखक ने बसंती और उसके पुत्र के माध्यम से यह बताया है और लेखक का इस कहानी को व्यक्त करने का उद्देश्य भी यही है कि आज भी समाज में ऐसे अनेक युवक हैं जो अपने माता-पिता का सम्मान करते हैं। लेखक ने इस उद्देश्य को स्पष्ट करने के लिए बसंती के पुत्र द्वारा यह बताया है कि जब वह उच्च पद पर बड़े शहर में लग जाता है तो वह फिर भी अपनी माँ बसंती की चिंता करता है।
(ख) भाषा-बोध
1. निम्नलिखित पंजाबी गद्यांश का हिंदी में अनुवाद कीजिए –
ਛੋਟੇ ਜਿਹੇ ਪੂਸ਼ਤੈਨੀ ਮਕਾਨ ਵਿੱਚ ਰਹਿ ਰਹੀ ਬਜ਼ੁਰਗ ਬਸੰਤੀ ਨੂੰ ਦੂਰ ਸ਼ਹਿਰ ਰਹਿ ਰਹੇ ਪੁੱਤਰ ਦਾ ਪੱਤਰ ਮਿਲਿਆ -“ਮਾਂ ਮੇਰੀ ਤਰੱਕੀ ਹੋ ਗਈ ਹੈ । ਕੰਪਨੀ ਵੱਲੋਂ ਮੈਨੂੰ ਰਹਿਣ ਨੂੰ ਬਹੁਤ ਵੱਡੀ ਕੋਠੀ ਮਿਲੀ ਹੈ, ਹੁਣ ਤਾਂ ਤੈਨੂੰ ਮੇਰੇ ਕੋਲ ਸ਼ਹਿਰ ਵਿੱਚ ਆ ਕੇ ਰਹਿਣਾ ਹੀ ਪਵੇਗਾ ।”
उत्तर: छोटे से पुश्तैनी मकान में रह रही बुजुर्ग बसंती को दूर शहर रह रहे बेटे का पत्र मिला -“माँ मेरी तरक्की हो गई है। कंपनी की ओर से मुझे रहने के लिए बहुत बड़ी कोठी मिली है ।अब तो तुम्हें मेरे पास शहर में आकर रहना ही होगा।”
लेखन: रजनी गोयल, हिंदी अध्यापिका, स (क). स. स. स्कूल, रामां, बठिंडा