संबंधबोधक
- सुमन अपने माता-पिता के साथ धर्मशाला गयी।
- डल झील के चारों ओर देखो देवदार के पेड़ हैं।
- घरों के सामने बाँस के अनगिनत वृक्ष हैं ।
- हम बागानों, मकानों और बंगलों के बीच से गुज़रती सड़क से न्यूगल कैफेटेरिया पहुँचे ।
- कैफेटेरिया के पीछे न्यूगल खड्ड है।
- हम खराब सड़क के कारण ट्रैकिंग स्थल त्रिपुंड नहीं जा सके ।
- मेरे सामने प्रकृति के अद्भुत दृश्य थे।
उपर्युक्त वाक्यों में के साथ, के चारों ओर, के सामने, के बीच, के पीछे, के कारण तथा सामने शब्द संज्ञा तथा सर्वनाम शब्दों के साथ आकर उनका संबंध वाक्य के दूसरे शब्दों के साथ बता रहे हैं। अत: ये संबंधबोधक हैं।
अतएव जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम शब्दों के साथ जुड़कर उनका संबंध वाक्य के दूसरे शब्दों से बताते हैं, उन्हें संबंधबोधक कहते हैं ।
यदि इन संबंधबोधक अविकारी शब्दों को वाक्य में से निकाल दिया जाये तो वाक्य का अर्थ ही नहीं रहता।
अन्य संबंधबोधक शब्द :- पहले, बाद, आगे, पीछे, बाहर, भीतर, ऊपर, नीचे, पास, अनुसार, तरह, समान, बिना, कारण, तक, भर, संग, साथ, के मारे, बगैर, रहित, सिवाय आदि।
संबंधबोधक का प्रयोग दो प्रकार से होता है : –
1. विभक्तियों के साथ
2. विभक्तियों के बिना
1. विभक्तियों के साथ संबंधबोधक शब्द प्रमुख रूप से निम्नलिखित तरह से प्रयुक्त होते हैं: –
(i) हमने चिन्मय तपोवन की ओर प्रस्थान किया।
(ii) वीर सैनिकों ने देश की रक्षा के लिए प्राण न्योछावर कर दिये।
(iii) पालम की घाटी सुन्दरी की तरह प्रतीत होती है।
2. विभक्तियों के बिना संबंधबोधक शब्द इस प्रकार प्रयुक्त होते हैं: –
(i) मैं जीवन भर इस यात्रा को याद रखूँगी।
(ii) ज्ञान बिना जीवन बेकार है।
(iii) मुझे कई दिनों तक घर की याद नहीं आयी।
(iv) सड़क पर काली सफेद लकीर लगायी गयी है।
रिक्त स्थान में उचित सम्बन्धबोधक शब्द भरें:
(क) इसे अन्य नियमों ………………. कठोरता से लागू नहीं किया जा सका है। (की ओर, की अपेक्षा)
(ख) आज्ञा ………………. किसी को ऐसा नहीं करना चाहिए। (के लिए, के बिना)
(ग) सड़क ……………. काली-सफेद लकीरें लगायी गयी हैं। (के पास, पर)
(घ) हमें भारी गाड़ियों ……………. से नहीं गुजरना चाहिए। (के बीच, के बदले)
(ङ) चालक ……………. बैठे व्यक्ति को भी हेलमेट पहनना चाहिए। (के बगैर, के पीछे