पाठ 16 ठेले पर हिमालय (लेखक: डॉ० धर्मवीर भारती)

8.4k Views
8 Min Read

(क) विषय बोध
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक या दो पंक्तियों में दीजिए:-
प्रश्न 1 लेखक कौसानी क्यों गये थे?
उत्तर: लेखक हिमालय पर जमी हुई बर्फ की शोभा को बहुत पास से देखने के लिए कौसानी गए थे।

प्रश्न 2 बस पर सवार लेखक में साथ -साथ बहने वाली किस नदी का ज़िक्र किया है?
उत्तर: बस पर सवार लेखक ने साथ- साथ बहने वाली कोसी नदी का ज़िक्र किया है ।

प्रश्न 3 कौसानी कहाँ बसा हुआ है?
उत्तर : सोमेश्वर की घाटी के उत्तर में ऊँची पर्वतमाला के  शिखर पर कौसानी बसा हुआ है।

प्रश्न 4 लेखक और उनके मित्रों की निराशा और थकावट किस के दर्शन से छूमंतर हो गई ?
उत्तर : लेखक और उनके मित्रों की निराशा और थकावट हिम दर्शन से छूमंतर हो गई।

प्रश्न 5 लेखक और उनकी मित्र कहाँ ठहरे थे?
उत्तर: लेखक और उनके मित्र डाक बंगले में ठहरे थे ।

प्रश्न 6 दूसरे दिन घाटी से उतरकर लेखक और उनके मित्र कहाँ पहुँचे?
उत्तर: दूसरे दिन घाटी से उतरकर लेखक और उनके मित्र बैजनाथ पहुंचे।

प्रश्न 7  बैजनाथ में कौन सी नदी बहती है ?
उत्तर: बैजनाथ में गोमती नदी बहती है ।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन या चार पंक्तियों में दीजिए:-
प्रश्न 1 लेखक को ऐसा क्यों लगा जैसे वे ठगे गये हैं?
उत्तर: – कौसानी के अड्डे पर जाकर जब बस रुकी तो छोटा-सा, बिल्कुल उजड़ा-सा गाँव और बरफ़ का कहीं नाम निशान न देखकर लेखक को ऐसा लगा कि जैसे वे ठगे गए हैं।

प्रश्न 2 सबसे पहले बर्फ दिखाई देने का वर्णन लेखक ने कैसे किया है?
उत्तर: लेखक को बर्फ बादलों के टुकड़े जैसी लगी थी जिसमें सफेद, रुपहला और हल्का नीला रंग शोभा दे रहा था। उसे ऐसा लगा जैसे घाटी के पार हिमालय पर्वत को बर्फ ने ढंक रखा हो। उसे ऐसे लग रहा था जैसे कोई बाल स्वभाव वाला शिखर बादलों की खिड़की से झाँक रहा हो।

प्रश्न 3 खानसामे ने सब मित्रों को खुशकिस्मत क्यों कहा?
उत्तर: खानसामे ने सब मित्रों को खुशकिस्मत इसलिए कहा क्योंकि उन्हें वहाँ आते पहले ही दिन बर्फ के दर्शन हो गए थे। उससे पहले 14 टूरिस्ट वहाँ आकर पूरा हफ्ता भर रुके , परंतु उन्हें बादलों के कारण बर्फ दिखाई नहीं दी।

प्रश्न 4 सूरज के डूबने पर सब गुमसुम क्यों हो गए थे ?
उत्तर: सूरज के डूबने पर सब गुमसुम इसलिए हो गए थे क्योंकि सूरज डूबने के साथ ही उनकी हिम दर्शन की इच्छाएं और आशाएं धूमिल हो गई थी। जिस हिम दर्शन की आशा में लेखक अपने मित्रों के साथ बहुत समय से टकटकी लगाकर देख रहे थे, वे उस से वंचित रह गए थे।

प्रश्न 5 लेखक ने बैजनाथ पहुंचकर हिमालय से किस रूप में भेंट की ?
उत्तर: लेखक ने बैजनाथ पहुँचकर देखा कि गोमती निरंतर प्रवाहित हो रही थी। गोमती की उज्ज्वल जल राशि में हिमालय की बर्फीली चोटियों की छाया तैर रही थी। लेखक ने नदी के इस जल में तैरते हुए हिमालय से भेंट की।

भाग 3 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर छह या सात पंक्तियों में दीजिए:-
प्रश्न 1 कोसी से कौसानी तक में लेखक को किन-किन दृश्यों ने आकर्षित किया ?
उत्तर: कोसी से कौसानी तक लेखक को बहुत से प्राकृतिक दृश्य दिखाई दिए थे। इन दृश्यों ने लेखक को मंत्रमुग्ध कर दिया था। सोमेश्वर की हरी-भरी घाटी के उत्तर में ऊँची पर्वतमाला के शिखर पर कौसानी बसा हुआ था। नीचे पचास मील चौड़ी घाटी में हरे भरे कालीनों जैसी सुंदर वनस्पतियां फैली हुई थीं। घाटी के पार हरे खेत, नदियाँ और वन क्षितिज के नीले कोहरे में छिप रहे थे। बादल की एक टुकड़ी के हटते ही पर्वतराज हिमालय दिखाई दिया जो सुंदरता में अद्भुत था। ग्लेशियरों में डूबता सूर्य पिघले हुए केसर जैसा रंग दिखाने लगा था। बर्फ लाल कमल के फूलों जैसी प्रतीत होने लगी थी ।

प्रश्न 2 लेखक को ऐसा क्यों लगा कि वे किसी दूसरे ही लोक में चले आए हैं?
उत्तर: लेखक अपने मित्रों के साथ जैसे ही सोमेश्वर की घाटी से चला, उसे उत्तर दिशा में पर्वत शिखर पर कौसानी दिखाई दिया। सारी घाटी में अपार सुंदरता बिखरी हुई थी। सारी घाटी रंग बिरंगी दिखाई दे रही थी। हरे-भरे मखमली कालीन जैसे खेत थे। गेरू के लाल-लाल रास्ते थे। और बेलों की लडियों जैसी सुंदर नदियां थी। ऐसे अद्भुत दृश्यों को देखकर उसे ऐसा लगा जैसे वे किसी दूसरे ही लोक में चले आए हैं।

प्रश्न 3 लेखक को ‘ठेले पर हिमालय’ शीर्षक कैसे  सूझा?
उत्तर : लेखक अपने मित्रों के साथ हिम दर्शन के लिए अल्मोड़ा यात्रा पर गये। लेखक अपने एक मित्र के साथ एक पान की दुकान पर खड़ा था, तभी ठेले पर बर्फ की सिल्ली लादे हुए बर्फ वाला आया । उस बर्फ में से भाप उड़ रही थी। लेखक क्षणभर उसे देखता रहा और उठती भाप में खोया सा रहा। उसे ऐसा अनुभव हो रहा था कि यहीं बर्फ तो हिमालय की शोभा है। इसी शोभा को देखने लेखक मित्रों के साथ कौसानी गया था ।  इस प्रकार उस  बर्फ को देखकर ही लेखक को लगा  कि ‘ठेले पर हिमालय’ शीर्षक सार्थक है।

(ख) भाषा बोध
प्रश्न 1 निम्नलिखित में संधि कीजिए:-
हिम+  आलय= हिमालय                      हर्ष + अतिरेक =हर्षातिरेक
सोम +  ईश्वर =सोमेश्वर                         वि+  आकुल= व्याकुल

प्रश्न 2  निम्नलिखित वाक्यांशों के लिए एक शब्द लिखें।
अच्छी किस्मत वाला : भाग्यशाली
चार रास्तों का समूह: चौराहा
अपने में लीन: आत्मलीन
जहाँ कोई न रहता हो: निर्जन
जिसका कोई पार ना हो: अपार
जिसमें कोई कलंक ना हो: निष्कलंक
जिसकी कोई सीमा ना हो: असीम

प्रश्न 3 निम्नलिखित शब्दों के दो दो पर्यायवाची शब्द लिखिए :-
पहाड़: पर्वत, गिरि,  नग                             धरती: धरा, भूमि, भू
मुँह: आनन, मुख                                      बादल: मेघ, घन, जलद
सूरज:  सूर्य, तरणि,  सविता                        कमल:  पंकज, जलज, नीरज
नदी : तरंगिणी,  निर्झरिणी,  तटिनी              हाथ:  कर,  हस्त

 

डॉ. सुमन सचदेवा, हिंदी अध्यापिका, स.ह. स्कूल (लड़के) मंडी हरजीराम, मलोट

Share This Article
1 Review

Leave a Review

Your email address will not be published. Required fields are marked *