पाठ 17 अन्याय के विरोध में (कक्षा सातवीं )

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पाठ 17 अन्याय के विरोध में (कक्षा 7)

1. नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ें और हिन्दी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें:
ਰੂਬਲ              =         रूबल               ਧੋਖਾ                 =        धोखा
ਡਾਇਰੀ           =         डायरी                ਅੱਸੀ                =        अस्सी
ਇਕਤਾਲੀ        =         इकतालीस          ਇਨਸਾਨ         =         इन्सान
ਸੱਤਾਈ            =         सत्ताईस              ਬੋਦਾ                =         बोदा

2. नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिन्दी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिन्दी शब्दों को लिखें:
ਵੱਟ                  =       सिकुड़ने             ਕੰਬਦੀ             =         काँपती
ਭਾਗ/ਕਿਸਮਤ =          भाग्य                   ਹੰਝੂ            =            आँसू
ਝਰੀਟ         =             खरोंच                 ਐਤਵਾਰ       =            रविवार

3. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें:
(क) जूलिया कौन थी? लेखक ने उसे अपने कमरे में क्यों बुलाया ?
उत्तर- जूलिया लेखक के बच्चों की गवर्नेस थी। लेखक ने उसे कमरे में तनख्वाह के हिसाब के लिए बुलाया।

(ख) लेखक ने जूलिया को किस काम के लिए रखा था?
उत्तर- लेखक ने जूलिया को अपने बच्चों की देखभाल करने के लिए रखा था।

(ग) जूलिया को लेखक ने कितने रूबल दिये?
उत्तर – जूलिया को लेखक ने ग्यारह रूबल दिये।

(घ) तनख्वाह प्राप्त करने पर जूलिया ने लेखक का धन्यवाद क्यों किया?
उत्तर- क्योंकि लेखक ने उसे तनख्वाह के ग्यारह रूबल दिये थे।

4. इन प्रश्नों के उत्तर चार या पांच वाक्यों में लिखें:
प्रश्न (क) लेखक जूलिया को क्या सबक सिखाना चाहता था?
उत्तर: जूलिया बहुत ही डरपोक और दब्बू लड़की थी। लेखक उसे दुनियादारी और अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठाने का सबक सिखाना चाहता था। वह उसे बताना चाहता था कि इस संसार में दब्बू लोगों के लिए कोई स्थान नहीं है। अपने अधिकारों के लिए उसे लड़ना सीखना होगा।

प्रश्न (ख) जूलिया द्वारा ‘धन्यवाद’ कहे जाने पर लेखक गुस्से से क्यों उबल पड़ा ?
उत्तर: लेखक ने जूलिया की तनख्वाह में से बहुत सारे पैसे काट लिए थे और उसे खरी-खोटी भी सुनाई थी। जूलिया ने लेखक का विरोध करने के स्थान पर लेखक का धन्यवाद किया। जिस कारण लेखक गुस्से से उबल पड़ा ।

प्रश्न(ग) इस कहानी के द्वारा लेखक ने क्या संदेश दिया है ?
उत्तर: लेखक इस कहानी के द्वारा यह संदेश देना चाहता है कि अच्छा कहलाने के लिए भीरू और दब्बू नहीं बनना चाहिए बल्कि अन्याय का विरोध करना चाहिए। हमें अपने अधिकारों के लिए इस संसार से लड़ना चाहिए।

5. इन मुहावरों के अर्थ दिये हैं। अर्थ समझाते हुए वाक्यों में प्रयोग करे:
चेहरा पीला पड़ना (मायूस हो जाना) फेल होने पर जूलिया का चेहरा पीला पड़ गया।
आँसू छलक आना (रोने को होना) परीक्षा में फेल होने पर जूलिया की आँखों से आँसू छलक आये।
गुस्से से उबलना (बहुत अधिक क्रोध आना) जूलिया द्वारा धन्यवाद करने पर लेखक गुस्से से उबलने लगा।
क्रोध पर ठंडे पानी के छींटे मारना (क्रोध को शांत करना) ग्यारह रूबल लेकर जूलिया ने अपने क्रोध पर ठंडे पानी के छींटे मारे।
दाँतों और पंजों के साथ लड़ना (पूरी ताकत और साधनों के साथ लड़ना) अन्याय होने पर हमें दाँतों और पंजों के साथ लड़ना चाहिए।

6. विपरीत शब्द लिखें:
नुकसान    =    मुनाफा
अन्याय    =    न्याय
झूठ       =    सच
भिरू       =    निडर
विरोध     =    समर्थन
बीमार     =    स्वस्थ

7. समानार्थक शब्द लिखें:
तनख्वाह   =  वेतन
छुट्टी     =    अवकाश
इतवार     = रविवार
हफ्ता      =    सप्ताह
अचरज     = आश्चर्य
नुकसान    =    हानि
मालकिन   = स्वामिनी
माफ़      =    क्षमा

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