पाठ 9 मन के जीते जीत (कक्षा आठवीं)

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पाठ 9 मन के जीते जीत

1. नीचे गुरमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़े और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें:-
ਸਫਲਤਾ            सफलता                            ਤਕਨੀਕ          तकनीक
ਖਤਮ                खत्म                                 ਕਾਰਬਨ          कार्बन
ਸਾਹਿਤ              साहित्य                              ਕਾਗਜ਼           कागज़
ਕਾਵਿ-ਰਚਨਾ      काव्य – रचना                      ਚੇਚਕ             चेचक
ਬਿਜਲੀ             बिजली                               ਅਨੇਕ            अनेक
ਸਥਾਨ              स्थान                                  ਆਤਮ ਵਿਸ਼ਵਾਸ    आत्मविश्वास
ਸ਼੍ਰੀਕ੍ਰਿਸ਼ਨ           श्री कृष्ण                             ਅੰਗਰੇਜ਼ੀ          अंग्रेज़ी
ਜੀਵਨ              जीवन                                ਲਿਪੀ                लिपि

2. नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखें:-
ਹਨੇਰਾ             अंधकार                               ਮਜ਼ਾਕ              उपहास
ਨਤੀਜਾ            परिणाम                               ਸ਼ਰਮਿੰਦਾ            लज्जित
ਅੱਖ                आँख                                   ਉੱਨੀ                 उन्नीस

3. शब्दार्थ:-
विकलांग         अंग से हीन                           अनथक             न थकने वाला
दूषित             गंदा, मैला                              कर्णप्रिय            कानों को प्रिय लगने वाला
विभूतियाँ        ऐश्वर्यशाली व्यक्तित्व                अस्थि                हड्डी
अन्यत्र            दूसरी जगह, और कहीं            व्यक्तित्व            व्यक्ति की विशेषता
कंठहार          गले का हार                           एकाग्रता            तल्लीन होने का भाव
बुलंदी            ऊँचाई, उत्कर्ष                       जज़्बा                भाव, जोश, भावना

4. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें:-
(क) जीवन में मुश्किलों से पार कौन लोग जा पाते हैं?
उत्तर- जीवन में मुश्किलों से पार वही जा पाते हैं जो मुश्किलों के आगे घुटने नहीं टेकते, उनका दृढ़ता से सामना करते हैं।

(ख) राजा जनक के दरबार में अष्टावक्र को देखकर सभी क्यों हँसने लगे?
उत्तर- अष्टावक्र जन्म से ही आठ जगह से टेढ़े थे। जब वे राजा जनक के दरबार में गये तो उनके टेढ़े – मेढ़े शरीर को देखकर सभी हँसने लगे।

(ग) राजा जनक तथा दरबारी अष्टावक्र के सामने क्यों नतमस्तक हुए?
उत्तर- राजा जनक तथा उसके दरबारी अष्टावक्र की विद्वता के सामने नतमस्तक हुए।

(घ) सूरदास ने किस की आराधना में काव्य रचना की?
उत्तर- सूरदास ने श्री कृष्ण की आराधना में काव्य रचना की।

(ङ) जायसी के प्रसिद्ध महाकाव्य का नाम लिखें।
उत्तर- जायसी के प्रसिद्ध महाकाव्य का नाम ‘पद्मावत’ है।

(च) रामानन्द सागर द्वारा टेलीविज़न पर प्रसारित प्रख्यात धारावाहिक ‘रामायण’ में संगीत मुख्य रूप से किसने दिया?
उत्तर- रामानन्द सागर द्वारा टेलीविज़न पर प्रसारित प्रख्यात धारावाहिक ‘रामायण’ में संगीत मुख्य रूप से स्वर्गीय रविन्द्र जैन ने दिया।

(छ) बिजली के बल्ब का आविष्कार किसने किया?
उत्तर- बिजली के बल्ब का आविष्कार थामस अल्वा एडीसन ने किया ।

(ज) ब्रेल लिपि का आविष्कार किसने किया?
उत्तर- ब्रेल लिपि का आविष्कार लुई ब्रेल ने किया ।

(झ) महाराजा रणजीत सिंह ने कितनी आयु में लाहौर पर अधिकार कर लिया था?
उत्तर- महाराजा रणजीत सिंह ने उन्नीस  वर्ष की आयु में लाहौर पर अधिकार कर लिया था।

(ञ) बाबा आम्टे को भारत सरकार ने समाज सेवा के लिए पद्मश्री तथा पद्मभूषण का सम्मान कब दिया?
उत्तर- बाबा आम्टे को भारत सरकार ने समाज सेवा के लिए 1971 में  पद्मश्री  तथा 1986 में पद्मभूषण  सम्मान दिया।

5. इन प्रश्नों के उत्तर लगभग चार या पाँच वाक्यों में लिखें:-
(क) राजा जनक के दरबार में अष्टावक्र को देखकर जब सभी हँसने लगे तो अष्टावक्र ने क्या कहा?
उत्तर- अष्टावक्र ने कहा,” गन्ने के टेढ़े-मेढ़े होने से उसकी मिठास में कमी नहीं आती। फूल की पंखुड़ी के टेढ़े होने से उसकी खुशबू खत्म नहीं हो जाती और  नदी की धारा के टेढ़े होने से उसका जल दूषित नहीं हो जाता।

(ख) शेरशाह क्यों लज्जित हुआ और उसने जायसी को क्यों सम्मान दिया?
उत्तर- जायसी एक आँख और एक कान से रहित थे। एक बार जब शेरशाह ने उसका उपहास उड़ाया तो उन्होंने कहा, “मोहि का हँससि के कोहरहिं ?” अर्थात तुम मुझ पर हँसे हो अथवा उस कुम्हार (ईश्वर, जिसने मुझे बनाया है) पर ?  यह सुनकर शेरशाह बहुत लज्जित हुआ और उसने उन्हें बहुत सम्मान दिया।

(ग) थामस एडीसन के ध्वनि संबंधी आविष्कारों से लोग क्यों आश्चर्यचकित हो जाते थे?
उत्तर- थामस एडीसन सुनने की लगभग शक्ति खो चुके थे। उनके ध्वनि से संबंधित आविष्कार देखकर लोग आश्चर्यचकित होते थे कि जो व्यक्ति पूरी तरह स्वयं सुन नहीं सकता। वह किस प्रकार ध्वनि के हर पहलू को भली-भाँति समझ लेता है।

(घ) लुई ब्रेल द्वारा नेत्रहीनों के पढ़ने के लिए बनाई लिपि की क्या विशेषता है?
उत्तर- लुई ब्रेल ने नेत्रहीनों के लिए एक ऐसी लिपि का आविष्कार किया जिससे नेत्रहीन पढ़ने में समर्थ हो सके। यह लिपि कागज़ पर उभरे चिह्न होते हैं जिन्हें स्पर्श कर वे पढ़ते हैं।

(ङ) बाबा आम्टे का समाज सेवा में क्या योगदान रहा?
उत्तर- बाबा आम्टे ने अपनी सारी उम्र कुष्ठ रोगियों की सेवा में बिता दी। वडोरा के निकट आनंदवन आश्रम में इन्हीं की प्रेरणा व अनथक प्रयासों से अनेक कुष्ठ रोगी भीख माँगना छोड़ श्रम करके पसीने की कमाई करने में समर्थ हुए।

(च) भारतीय स्पिनर चंद्रशेखर का क्रिकेट में क्या योगदान रहा?
उत्तर- चंद्रशेखर अपने पोलियोग्रस्त हाथ से बड़ी अच्छी गेंदबाजी करते। उन्होंने भारतीय टीम की ओर से 58 टेस्ट मैच खेले और 7199 रन देकर 242 विकेट लिये। भारत सरकार द्वारा उन्हें अर्जुन पुरस्कार से नवाज़ा  जा चुका है।

(छ) राणा सांगा और महाराजा रणजीत सिंह की वीरता के विषय में आप क्या जानते हैं।
उत्तर- राणा सांगा ने बचपन में एक आँख  और बाद में युद्धों में  एक हाथ और पैर भी खो दिया। लेकिन इसका उनकी वीरता और साहस पर कोई असर नहीं पड़ा। अपने विरोधियों के दाँत खट्टे किये। उसी तरह महाराजा रणजीत सिंह की भी एक आँख चेचक के कारण खराब हो गई थी और उन्होंने भी वीरता पूर्वक अपने दुश्मनों के दाँत खट्टे किये ।

(ज) भाग्य संवरता नहीं, संवारना पड़ता है- इन पंक्तियों में लेखक क्या कहना चाहता है?
उत्तर- दिल में कुछ कर गुज़रने की तमन्ना हो तो हमें बहुत सारी मुसीबतों का सामना भी करना पड़ेगा। हमने मुसीबतों के आगे घुटने नहीं टेकने। मुसीबतों का दृढ़ता, आत्मविश्वास और एकाग्रता से सामना करना है। तभी हमारा भाग्य संवर सकता है क्योंकि ईश्वर भी उन्हीं की सहायता करते हैं जो अपनी सहायता खुद करते हैं।

6. इन मुहावरों के अर्थ बताते हुए उन्हें वाक्यों में प्रयोग करें:-
घुटने टेकना (हार मानना) हमें मुसीबतों के आगे घुटने नहीं टेकने चाहिए।
सिर न झुकाना (हार ना मानना) बहादुर लोग मुसीबतों के आगे सिर नहीं झुकाते।
दाँत खट्टे करना (पराजित करना) राणा सांगा ने दुश्मनों के दाँत खट्टे किये।
लोहा मनवाना (अपनी योग्यता स्वीकार करवाना) भारत ने विज्ञान के क्षेत्र में दुनिया में अपनी ताकत का लोहा मनवाया।
थर-थर काँपना (डर जाना) साँप को देखकर रमेश थर-थर काँपने लगा।
बुलंदियाँ छूना (विकास करना) बुलंदियाँ छूने के लिए बहुत परिश्रम करना पड़ता है।

7. इन शब्दों के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखें:-
चुनौती          ललकार, आह्वान                        सेवा            खातिरदारी, खिदमत,
अनूठा          अनोखा, निराला                         पुरस्कार       इनाम, पारितोषिक
दृढ़ता           प्रबलता, मजबूती                        हाथ            हस्त,  कर, पाणि
उपहास        मज़ाक, मखौल                          अधिकार      हक, प्रभुत्व
शक्ति          ताकत, बल                                भाग्य           किस्मत, लेख, तकदीर
मस्तिष्क       मगज़, दिमाग                            लक्ष्य            उद्देश्य, निशाना, मंज़िल
प्रयत्न            कोशिश, प्रयास,                         पैर              पाँव, पग, चरण
अध्यापक      गुरु, उस्ताद,                             अंधकार       अँधेरा, तम, तमस्
लज्जित         शर्मसार, शर्मिंदा                         जल            पानी, नीर, आब

8.अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखें:-
जिसे आँखों से दिखाई न देता हो              नेत्रहीन
गले का हार                                         कंठहार
संगीत देने वाला                                   संगीतकार
अपने पर विश्वास होना                          आत्मविश्वास
जिसका कोई मोल ना हो                       अनमोल
कानों को प्रिय लगने वाला                      कर्णप्रिय
आविष्कार करने वाला                           आविष्कारक

9.इस पाठ में आए ‘र’ वर्ण के प्रयोग वाले शब्द ढूँढ़कर लिखें :
[ र]   : भारत, राणा, द्वारा
[ ‘ ]   : स्पर्श, अर्जुन, दुर्लभ
[ , ]   : अष्टावक्र, ब्रेल, माइक्रोफोन
[ ^ ] : रवीन्द्र, महाराष्ट्र, केन्द्रित

संयोजक: दीपक कुमार, हिंदी मास्टर, स.मि. स्कूल मानवाला, बठिंडा
संशोधन: डॉ.सुमन सचदेवा, हिंदी अध्यापिका, स.ह. स्कूल (लड़के), मंडी हरजीराम, मलोट

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