परीक्षा भवन,
…………शहर।
8 मई, 2022
आदरणीय गुरु जी,
नमस्कार।
मैं आपकी एक पुरानी छात्रा हूँ। मैं आपसे सरकारी मिडल स्कूल, मोगा में आठवीं कक्षा में पढ़ती थी। मेरा नाम सुनीता है उस समय मेरा कक्षा का रोल नंबर पाँच था। आप हमें गणित पढ़ाते थे। आपके द्वारा हमें बड़ी लगन और मेहनत से पढ़ाया जाता था। आप हमें बहुत ही सरल व व्यावहारिक ढंग से पढ़ाते थे इसके अतिरिक्त आप हमें बहुत ही ज्ञानवर्धक बातें भी बताते थे।
आज मैं सरकारी हाई स्कूल शाहकोट में पढ़ रही हूँ। मेरे आज भी गणित में शत-प्रतिशत नम्बर आते हैं। मेरी गणित की अध्यापिका भी मुझसे बहुत खुश हैं मैंने उन्हें आपके तथा आपके पढ़ाने के ढंग के बारे में बताया तो वह भी बहुत प्रभावित हुई। मैं और मेरा परिवार यही मानते हैं कि यह सब आप ही के द्वारा उचित रूप में दी जाने वाली शिक्षा का परिणाम है। मैं भविष्य में भी आपसे उचित मार्गदर्शन की अपेक्षा रखती हूँ।
धन्यवाद।
आपकी शिष्या,
नाम….