दो बिल्लियाँ और बंदर
किसी नगर में दो बिल्लियाँ रहती थी। एक दिन उन्हें रोटी का टुकड़ा मिला। वे उसे लेकर आपस में लड़ने लगी। वे उसे समान भागों में बाँटना चाहती थी। परंतु उन्हें कोई ढंग न मिला।
उसी समय एक बंदर उधर आ गया। वह बहुत चलाक था। उसने बिल्लियों से उनके लड़ने का कारण पूछा। बिल्लियों ने सारी बात बताई। बिल्लियों की बात सुनकर बंदर एक तराजू ले आया और बोला,”लाओ, मैं तुम्हारी रोटी को बराबर बाँट देता हूँ।” उसने रोटी के दो टुकड़े लेकर एक-एक पलड़े में रख दिए। जिस पलड़े में रोटी अधिक होती, बंदर उसे थोड़ी-सी तोड़कर खा जाता। इस प्रकार करते-करते बंदर सारी रोटी खा गया और बिल्लियाँ उसका मुँह देखती रह गई।
शिक्षा :-हमें आपस में लड़ना झगड़ना नहीं चाहिए।