पाठ 17 पिल्ले बिकाऊ हैं
1. नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ें और हिन्दी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें-
ਬੱਚਾ = बच्चा ਕੇਂਦਰ = केन्द्र
ਦੁਕਾਨ = दुकान ਬੋਰਡ = बोर्ड
ਸਿਹਤ = सेहत ਪੰਜ-ਛੇ = पाँच-छह
ਨਸਲ = नस्ल ਸਮਾਂ = समय
ਵਿਅਕਤੀ = व्यक्ति ਈਸ਼ਵਰ = ईश्वर
ਸਵੀਕਾਰ = स्वीकार ਸੱਚਾ = सच्चा
2.नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिन्दी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिन्दी शब्दों को लिखें –
ਮੁੱਲ = कीमत ਉਤਾਵਲਾ = उत्सुकता
ਅੰਗਹੀਣ = अपाहिज ਗੁਫਾ = मांद
ਲੱਕ ਦੇ ਦੋਵੇਂ ਪਾਸੇ ਦੀ ਹੱਡੀ = कूल्हा ਕਾਬਲ = सक्षम
ਕਤੂਰਾ = पिल्ला ਬਿਨਾ ਸਵਾਰਥ = निस्स्वार्थ
ਡਾਲਰ ਦਾ ਸੋਵਾਂ ਭਾਗ = सैंट ਜ਼ਰੂਰਤ = आवश्यकता
ਅਮਰੀਕਾ, ਆਸਟ੍ਰੇਲੀਆ, ਕਨਾਡਾ ਆਦਿ ਦੇਸ਼ਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਚਲਿਤ ਸਿੱਕਾ = डालर
3.निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दें-
(क) दुकानदार ने दुकान के बाहर बोर्ड पर क्या लिखा था?
उत्तर- दुकानदार ने दुकान के बाहर बोर्ड पर लिखा था “पिल्ले बिकाऊ हैं”।
(ख) बच्चे की जेब में कितनी राशि थी?
उत्तर- बच्चे की जेब में 2 डालर और 37 सैंट थे।
(ग) अपाहिज पिल्ले के शरीर का कौन-सा भाग टूटा हुआ था?
उत्तर- अपाहिज पिल्ले के शरीर का एक कूल्हा टूटा हुआ था।
(घ) दुकानदार ने अपाहिज पिल्ले की क्या कीमत बतायी?
उत्तर- दुकानदार ने अपाहिज पिल्ले की कोई कीमत नहीं बतायी।
(ङ) बच्चे की टाँग किस कारण खराब हो चुकी थी?
उत्तर- बच्चे की टाँग पोलियो के कारण खराब हो चुकी थी।
4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो या तीन वाक्यों में दें-
(क) बच्चे द्वारा पिल्लों की कीमत पूछने पर दुकानदार ने क्या उत्तर दिया?
उत्तर- बच्चे द्वारा पिल्लों की कीमत पूछने पर दुकानदार ने उत्तर दिया, “पिल्ले की नस्ल और सेहत के मुताबिक उनकी कीमत रखी गई है जो 30 डालर से 50 डालर के बीच कुछ भी हो सकती है।”
(ख) पिल्ले के अपाहिज होने का कारण पूछने पर दुकानदार ने क्या कहा?
उत्तर- पिल्ले के अपाहिज होने का कारण पूछने पर दुकानदार ने कहा कि, “कुत्तों के डॉक्टर ने मुझे बताया था कि इसके जन्म के समय इसका एक कूल्हा बुरी तरह से टूट गया है जिसके कारण यह कभी दूसरे कुत्तों की तरह नहीं चल पाएगा।”
(ग) बच्चे ने अपाहिज पिल्ले को ही क्यों खरीदा?
उत्तर- बच्चे की एक टाँग पोलियो से खराब हो चुकी थी। और इस छोटे से पिल्ले को भी ऐसे ही किसी मालिक की आवश्यकता थी जो इसकी मजबूरी को समझ सके। इसलिए बच्चा अपाहिज पिल्ले को ही खरीदना चाहता था।
(घ) दुकानदार ने बच्चे के फैसले से प्रभावित होकर क्या कहा?
उत्तर- दुकानदार ने बच्चे के फैसले से प्रभावित होकर कहा, “बेटा, मैं आशा करता हूँ और ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि इन सभी पिल्लों को तुम्हारे जैसा अच्छा मालिक मिले।”
(ङ) कहानी की अन्तिम पंक्ति में सच्चे मित्र की क्या विशेषता बतायी है?
उत्तर- कहानी की अन्तिम पंक्ति में सच्चे मित्र की विशेषता बताते हुए कहा गया है कि ‘सच्चा मित्र वही है जो उस समय काम आता है, जबकि सारी दुनिया मुँह मोड़ लेती है।”
5. निम्नलिखित गद्यांश में से सर्वनाम शब्द छाँटकर लिखें-
दुकानदार से कुछ भी कहते नहीं बन रहा था। उस नन्हे बालक की बात सुनकर उसकी आँखों से आँसुओं की धारा निकल पड़ी और फिर कुछ देर बाद होंठों में मुस्कराहट भरकर उसने कहा, “बेटा, मैं आशा करता हूँ और ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि इन सभी पिल्लों को तुम्हारे जैसा ही अच्छा मालिक मिले।”
उत्तर- उस, उसकी, उसने, मैं, इन, तुम्हारे।
6. इस डिब्बे में सभी शब्द धुल मिल गये हैं। उनमें से क्रिया शब्द छाँटकर उचित वाक्य बनाइये-
क्रिया शब्द वाक्य
गया = मैं कल बाज़ार गया।
लूँगा = मैं इसकी कोई कीमत नहीं लूँगा।
डाला = बच्चे ने अपनी जेब में हाथ डाला और कुछ सिक्के निकाले।
दूँगा= मैं तुम्हें इसकी पूरी कीमत दूँगा।
बजायी = दुकानदार ने सीटी बजायी।
आयी = सीटी की आवाज़ सुनते ही कुत्तिया माँद से निकलकर दौड़ी-दौड़ी आयी।
कहा = उसने नौकर को काम करने के लिए कहा।
7.सही पर्यायवाची/ समानार्थी शब्द पर गोले लगायें-
सक्षम : क्षमताशाली, असहाय, निर्बल, समर्थ
कुत्ता : सारमेय, श्वान, जानवर, वफादार
कीमत : बाज़ार, महँगी, भाव, मूल्य
उत्तर : जवाब, प्रश्न, सवाल, हल
माँद : जाल, गुफा, मकान, कंदरा
परेशान : आसान, सुखी, व्याकुल, हैरान
8.रेखांकित शब्दों के वचन बदलकर वाक्य दोबारा लिखें:
1) इस पिल्ले की क्या कीमत है?
2) मैं जानता हूँ तुम इस पिल्ले को बिल्कुल नहीं खरीदना चाहते हो।
3) मैं तुम्हें इसकी पूरी कीमत दूँगा।
4) इन पिल्लों को तुम्हारे जैसे अच्छे मालिक मिलें।
5) पिल्ला लंगड़ाता हुआ सबसे पीछे चल रहा था।6)
उत्तर- 1) इन पिल्लों की क्या कीमत है?
2) हम जानते हैं आप इन पिल्लों को बिल्कुल नहीं खरीदना चाहते हो।
3) हम तुम्हें इनकी पूरी कीमत देंगे।
4) इस पिल्ले को तुम्हारे जैसा अच्छा मालिक मिले।
5) पिल्ले लंगड़ाते हुए सबसे पीछे चल रहे थे।
संयोजक: दीपक कुमार, हिंदी अघ्यापक, स.मि. स्कूल मानवाला, बठिंडा
संशोधन: डॉ.सुमन सचदेवा, हिंदी अध्यापिका,स.ह. स्कूल (लड़के) मंडी हरजीराम, मलोट