आज के दौर में सभी क्षेत्रों में दाखिला लेने के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है। इन परीक्षाओं के अंकों के आधार पर विद्यार्थी को दाखिला मिलता है। इन परीक्षाओं की तैयारी के लिए आज जगह-जगह कोचिंग संस्थान खुल गए हैं। यह संस्थान हजारों लाखों की फीस लेकर विद्यार्थियों को छोटी कक्षाओं तथा प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग देते हैं। इससे विद्यार्थी पर बोझ पड़ता है। विद्यार्थी के माता-पिता पर भी आर्थिक बोझ बढ़ता है। यदि देखा जाए तो जब ये संस्थान नहीं थे तब भी विद्यार्थी अपने अध्यापकों से शिक्षा प्राप्त करके सभी जगह प्रवेश पाते थे। आज भी हमें बहुत से ऐसे उदाहरण देखने को मिलते हैं जिनमें गरीब परिवारों के विद्यार्थी इन संस्थानों से कोचिंग लिए बिना भी अच्छी मेरिट प्राप्त कर लेते हैं। इसलिए हमें आज अपनी मानसिकता बदलनी होगी। स्कूल कॉलेज में से शिक्षा प्राप्त करके ही आत्मविश्वास के साथ इन परीक्षाओं की तैयारी करके हम इन कोचिंग संस्थानों के जाल से मुक्त हो सकते हैं ।
तैयारकर्ता: डॉ० सुमन सचदेवा, हिंदी मिस्ट्रेस, सरकारी हाई स्कूल, मंडी हरजी राम (लड़के) मलोट, ज़िला श्रीमुक्तसर साहिब