हमने आठवीं कक्षा के लिए अभी लिए 3 पैकज तैयार किये हैं, जो कि कुल 67 अंक के बनते हैं। बाकी के 5 अंक पद्यांश आधारित प्रश्नों के, 3 अंक पंजाबी से हिंदी शब्दों का अनुवाद तथा 5 अंक पद्यांश आधारित प्रश्नों के हैं जिन की तैयारी के लिए चौथा पैकेज तैयार कर रहें हैं जो जल्दी ही आपको मिल जाएगा । इस प्रकार कुल 80 अंक बन जाते हैं । मैं आशा करता हूँ कि यह सभी पैकेज छात्रों की दोहराई के लिए सहायक सिद्ध होंगे इसके अतिरिक्त कोई सुझाव है तो कृपया इस पोस्ट के अंत में दिए गए कमेंट बॉक्स के माध्यम से दे सकते हैं … दीपक कुमार तनेजा हिंदी अध्यापक ..।
27 Marks (Package-1) 8th Hindi (2nd lang.) 2024-25
20 Marks (Package-2) 8th Hindi (2nd lang.) 2024-25
20 Marks (Package-3) 8th Hindi (2nd lang.) 2024-25
प्रश्न-.1.I. पाठ्य पुस्तक में से पर्यायवाची शब्द, शब्द-शुद्धि, संज्ञा, सर्वनाम, कारक,विशेषण, क्रिया की पहचान, क्रिया-विशेषण से सम्बन्धित बहुवैकल्पिक उत्तरों वाले आठ वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएँगे। प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होगा। 8×1 – 8
पर्यायवाची शब्द:-
लहर – तरंग, हिलोर नैया – नौका, किश्ती, नाव
कोशिश – प्रयास, प्रयत्न, सिंधु – समुद्र, सागर, जलधि
उत्साह – साहस, जोश, हिम्मत हाथ – कर, हस्त, पंजा
संघर्ष – टकराव, युद्ध, लड़ाई हिम्मत – जोश, साहस, हौंसला
तड़ित – चपला, बिजली, विद्युत गगन – आकाश, नभ, अंबर
खुशी – प्रसन्नता, हर्ष, उल्लास घन – बादल, मेघ
पुष्प – फूल, सुमन भाई – भ्राता, सहोदर
मनुज – मानव, मनुष्य, मानुष ज्योति – आलोक,उजाला, प्रकाश
संसार – जग, विश्व, दुनिया, पथ – रास्ता, राह, मार्ग
चुनौती – ललकार, आह्वान, ठिठोली सेवा – खातिरदारी, खिदमत,
अनूठा – अनोखा, निराला पुरस्कार – इनाम, पारितोषिक
दृढ़ता – प्रबलता, मजबूती हाथ – हस्त, कर, पाणि
उपहास – मज़ाक, मखौल अधिकार – हक, प्रभुत्व
शक्ति – ताकत, बल भाग्य – किस्मत, लेख, तकदीर
मस्तिष्क – मगज़, दिमाग लक्ष्य – उद्देश्य, निशाना, मंज़िल
प्रयत्न – कोशिश, प्रयास, पैर – पाँव, पग, चरण
अध्यापक – गुरु, उस्ताद, अंधकार -अँधेरा, तम, तमस्
लज्जित – शर्मसार, शर्मिंदा जल – पानी, नीर, आब
मींह – बरसात, वर्षा, बारिश सीख – शिक्षा, ज्ञान
जन – लोग, मनुज, मनुष्य दु:ख – पीड़ा, दर्द, कष्ट
आँख – नयन, नेत्र धरती – भूमि , धरा, भू
ईश्वर – परमात्मा, प्रभु प्रभात – सवेरा, दिन
रात – रात्रि, निशा नदी – सरिता, नद, तरणि
चरण – पैर, पाँव किताब – पोथी, पुस्तक
मानव – इन्सान, मनुष्य शरीर – देह, काया
मित्र – दोस्त, सखा झण्डा – ध्वज, पताका
सैलानी – पर्यटक, दर्शक, यात्री आज्ञा – आदेश, हुक्म
अमन – शान्ति, चैन सूरज – सूर्य, दिनकर, भानु
शहीदी – बलिदान, कुर्बानी किरण – रश्मि, कर, मरीचि
हवा – वायु, पवन, समीर आज़ादी – स्वतन्त्रता, मुक्त
दिन – दिवस, वासर, वार पेड़ – वृक्ष, पादप, तरु
तमन्ना – इच्छा, कामना योद्धा – सैनिक, सिपाही
शब्द-शुद्धि
1.शकतीशाली – शक्तिशाली 2. बहुमूलय – बहुमूल्य
2.घोषना – घोषणा 4. पुरसकार – पुरस्कार
3. सूदरिढ़ – सुदृढ़ 6. मरितयु – मृत्यु
4. राखीयां – राखियाँ 8. विशमता- विषमता
5. पुश्प – पुष्प 10. खूशी – खुशी
6. रूलाई – रुलाई 12. हिरदय – हृदय
7. प्रन – प्रण 14. स्वाधिनता – स्वाधीनता
8. चुनोती – चुनौती 16. जालिम – ज़ालिम
9. कानुन – कानून 18. अनगिणत – अनगिनत
10. प्रिथक – पृथक 20. बुराईयाँ – बुराइयाँ
11. छुटियाँ – छुट्टियाँ 22. अभीवादन – अभिवादन
12. खेलकुद – खेलकूद 24. अधियापिका – अध्यापिका
13. परणाली – प्रणाली 26. परदर्शनी – प्रदर्शनी
14. थीयेटर – थियेटर 28. कारयालय – कार्यालय
15. पराचार्य – प्राचार्य 30. ब्रहमंड – ब्रह्माण्ड
16. द्रशक – दर्शक 32. अनुरोद – अनुरोध
17. म्यूजिक-म्यूज़िक 34. ज्ञानवरधक – ज्ञानवर्धक
18. दरासल – दरअसल 36. आपरेशन – ऑप्रेशन
19. शिश्टाचार – शिष्टाचार 38. पड़ाती – पढ़ाती
20. कीताब – किताब 40. हीमालय – हिमालय
21. सविकार – स्वीकार 42. चमतकार – चमत्कार
22. आँसु – आँसू 44. सुभाव – स्वभाव
23. विवहार – व्यवहार 46. वातसतय – वात्सल्य
24. विशवविदयालय – विश्वविद्यालय 48. इज़ाजत – इजाज़त
25. रस्ते – रास्ते 50. धवज – ध्वज
26. जशन – जश्न 52. वृदधी – वृद्धि
27. जिंदाबाद – ज़िन्दाबाद 54. भुमिका – भूमिका
संज्ञा शब्द चुनकर सही का निशान (ü) लगाओ
डरकर दाना (ü) मोती (ü) चींटी (ü)
जब देखो चढ़ना हाथ (ü)
असफलता सिंधु (ü) साहस (ü) तुम
प्रत्येक शब्द के आगे लिखो यह कौन सी संज्ञा है?
शेर – जातिवाचक संज्ञा शकटार – व्यक्तिवाचक संज्ञा
लज्जा – भाववाचक संज्ञा पिंजरा – जातिवाचक संज्ञा
गर्मी – भाववाचक संज्ञा गुस्सा – भाववाचक संज्ञा
किशोर – जातिवाचक संज्ञा दूत – जातिवाचक संज्ञा
पानी – जातिवाचक संज्ञा मंदिर – जातिवाचक संज्ञा
नीचे दी गई जातिवाचक संज्ञा से संबंधित व्यक्तिवाचक संज्ञा लिखें:
राज्य (जातिवाचक संज्ञा) मगध, पंजाब
राजा (जातिवाचक संज्ञा) चन्द्रगुप्त, राणा प्रताप
लड़का (जातिवाचक संज्ञा) दीपक, नरेश
देश (जातिवाचक संज्ञा ) भारत, चीन
नीचे दिये गये वाक्यों में निर्देशानुसार उत्तर लिखें:
शरीर को पूर्णता अंगों के सहयोग से मिलती है। (भाववाचक संज्ञा छाँटें)
पड़ोसियों से सहयोग करना चाहिए। (संज्ञा शब्द छाँटकर उनका भेद लिखें)
सहयोग से कक्षा का वातावरण मैत्रीपूर्ण हो जायेगा। (जातिवाचक संज्ञा छाँटें)
उत्तर- (1 ) भाववाचक संज्ञा = पूर्णता (2) जातिवाचक संज्ञा = पड़ोसियों (घ) जातिवाचक संज्ञा = सहयोग
इन वाक्यों में से सर्वनाम शब्द अलग कर लिखें:-
(क) हम लाल किला देखने जायेंगे। (हम – सर्वनाम)
(ख) तुम्हें पता चल जायगा। (तुम्हें – सर्वनाम)
(ग) मैं आपको गाडी में बैठाकर आता हूँ । (मैं- सर्वनाम)
(घ) उसने कहा, “आपकी गाड़ी का समय होने वाला है।” (उसने, आपकी – सर्वनाम)
(ङ) उसे कन्हैया नगर स्टेशन से अधिकारियों ने हमारे आने की सूचना पहले ही दे दी थी। (उसे, हमारे – सर्वनाम)
इन वाक्यों में सर्वनाम शब्दों को रेखांकित करें तथा विशेषण शब्दों पर गोला लगायें।
(नोट: शब्दों पर गोला लगाने के स्थान पर उनका रंग लाल कर दिया गया है)
(क) वे निपुण परीक्षक के रूप में प्रसिद्ध हो गये ।
(ख) वे अटूट साहस वाले व्यक्ति थे ।
(ग) उनका ध्येय राष्ट्रीय पुरस्कार या सम्मान पाना नहीं था।
(घ) पिता को उनका दाखिला चार वर्ष की आयु में ही प्रथम कक्षा में करवाना पड़ा।
(ड) उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने का कार्य स्काड्रन लीडर अनिल शर्मा ने कर दिखाया।
नीचे दिये गये वाक्यों में निर्देशानुसार उत्तर लिखें:
सहयोग से लोहा भी सोना बन जाता है, उसका मूल्य सौ गुणा बढ़ जाता है। (यहाँ सर्वनाम कौन-सा है?)
निम्नलिखित वाक्यों में रेखांकित पदों में कारक बतायें:-
(क) भास्कर रेलगाड़ी देखने के लिए प्लेटफार्म के नजदीक जा पहुँचा । (सम्प्रदान कारक)
(ख) आज हम सभी मेट्रो रेल के द्वारा जायेंगे। (करण कारक)
(ग) प्रतिभा खिड़की वाली सीट पर बैठ गयी । (अधिकरण कारक)
(घ) सभी स्वचालित सीढ़ियों के द्वारा भूमिगत प्लेटफार्म पर पहुँच गये । (करण कारक)
(ङ) गुरु जी ने बच्चों को बड़े प्यार से समझाया । (कर्ता कारक)
(च) हमने राष्ट्रीय खेलों में भाग लिया । (अधिकरण कारक)
दिए गये संज्ञा शब्दों के लिए सही विशेषण शब्द चुनकर लिखें :-
रंग बिरंगे, पतली, चंचल, हरे-भरे, नोकीले, ऊँची, मेरी, गोल
हरे-भरे – पेड़ पतली – रस्सी नोकीले – पर
चंचल – चिड़िया गोल – डिब्बे ऊँची – डाली
मेरी – ननद रंग-बिरंगे – फूल
नीचे लिखे वाक्यों में क्रियाएँ अकर्मक हैं अथवा सकर्मक:-
(हामिद हाथ फैलाता है। सकर्मक
अमीना ने छाती पीट ली। सकर्मक
वह रोने लगी। अकर्मक
लोग आपस में गले मिल रहे हैं। सकर्मक
ईदगाह जाने वालों की टोलियाँ नज़र आने लगीं। सकर्मक
बच्चों के लिए नगर की सभी चीजे़ं अनोखी थीं। सकर्मक
स्कूल में वह सभी अध्यापकों की चहेती थी। अकर्मक
आकाश में विमानों को उड़ता देखकर वह उनकी ओर आकर्षित हो जाती थी। सकर्मक
वह स्नातकोत्तर की डिग्री लेने के लिए अमेरिका पहुँच गई। सकर्मक
कल्पना ने 19 नवम्बर 1997 को अन्तरिक्ष में अपनी पहली उड़ान भरी। सकर्मक
प्रत्येक मनुष्य सपने देखता है। सकर्मक
बड़े होने पर कल्पना ने अपने सपने को साकार कर दिखाया । सकर्मक
(नासा ने उसे एक बार फिर अन्तरिक्ष यात्रा के लिए चुना। सकर्मक
निम्नलिखित वाक्यों में क्रिया विशेषण शब्द छाँटकर सामने लिखें:-
मैं जल्दी-जल्दी काम निपटा कर उसी चौराहे पर पहुँची। जल्दी-जल्दी
वह मेरी तरफ एकटक देखने लगा। एकटक
वह गाड़ी के पास आकर झट से बोला। झट से
मैं कल आऊँगी। कल
वह उधर बैठी है। उधर
निम्नलिखित वाक्यों में क्रिया विशेषण को रेखांकित करके उसका भेद भी लिखें-
(क) ये लोग क्यों धीरे-धीरे चल रहे हैं? रीतिवाचक क्रिया विशेषण
(ख) इधर दुकानों की कतार लगी हुई है। स्थानवाचक क्रिया विशेषण
(ग) आज ईद आ गई। कालवाचक क्रिया विशेषण
(घ) उसने कुछ नहीं खाया। परिमाणवाचक क्रिया विशेषण
(ङ) वह ज़ोर से चिल्लाया। रीतिवाचक क्रिया विशेषण
॥.पाठ्य पुस्तक के कविता भाग के अभ्यासों में से चार अति लघूत्तर बहुवैकल्पिक उत्तरों वाले प्रश्न पूछे जाएँगे। प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होगा।4×1 – 4
इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें:-
(1) कवि के अनुसार किन लोगों की हार नहीं होती?
उत्तर- कवि के अनुसार हिम्मत करने वालों की हार नहीं होती।
(2) नन्हीं चींटी की क्या विशेषता है?
उत्तर- क्योंकि बार-बार फिसलने पर भी वह हार नहीं मानती है।
(3) गोताखोर सिन्धु में डुबकियाँ क्यों लगाता है?
उत्तर- मोती निकालने के लिए ।
(4) हिम्मत करने वालों को असफलता को किस रूप में स्वीकार करना चाहिए?
उत्तर – हिम्मत करने वोलों को असफलता को चुनौती के रूप में स्वीकार करना चाहिए।
(5) लता कहाँ पर फूली नहीं समाती?
उत्तर – लता वन में फूली नहीं समाती।
(6) राखी का त्योहार किस दिन होता है?
उत्तर-राखी का त्योहार श्रावण की पूर्णिमा को होता है ।
(7) इस कविता में आई बहन का भाई कहाँ गया है?
उत्तर- भारत माता को स्वतंत्र करवाने के लिए जेलखाने गया है ।
(8) बहन किस को बधाई देती है?
उत्तर- जिन बहनों को भाई मिले हैं।
(9) यह कविता स्वतंत्रता से पहले लिखी गई या है बाद में?
उत्तर- यह कविता (राखी की चुनौती) स्वतंत्रता से पहले लिखी गई है।
(10) इस (नवयुवकों के प्रति) कविता के कवि का नाम लिखें।
उत्तर– ‘नवयुवकों के प्रति’ कविता के कवि का नाम मैथिलीशरण गुप्त है।
(11) नवयुवकों के प्रति कविता किन्हें संबोधित की गई है?
उत्तर- नवयुवकों के प्रति कविता ‘नवयुवकों’ को संबोधित की गई है।
(12) नवयुवकों के सम्मुख कौन-से दो पथ हैं? उन्हें किस पथ का चुनाव करना चाहिए?
उत्तर– असंयम और संयम दो पथ हैं। उन्हें दूसरे पथ अर्थात संयम का चुनाव करना चाहिए।
(13) ‘रब्बा मींह दे-पानी दे’ कविता में ईश्वर से क्या प्रार्थना की गई है?
उत्तर – ईश्वर से बारिश की प्रार्थना की गई है।
(14) ‘रब्बा मींह दे-पानी दे’ कविता में ‘खेतों में सोना’ का क्या अर्थ है?
उत्तर- ‘खेतों में सोना’ का अर्थ है- सोने जैसी कीमती फसल।
(15) पानी के बिना मवेशी और खेतों पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर– पानी के बिना मवेशी मर जाते हैं और फसलें सूख जाती हैं।
(16) इस कविता में देश के प्रत्येक नागरिक को क्या सीख दी गई है?
उत्तर – पानी प्रदूषित या व्यर्थ नहीं करना चाहिए।
(17) माँ किसका वरदान है?
उत्तर- माँ ईश्वर का वरदान है।
(18) माँ समय के रूप में क्या करती हैं?
उत्तर- माँ हर क्षण का एहसास करवाती है।
(19. हर विपदा को हराने पर माँ को क्या कहा गया है?
उत्तर- हर विपदा को हराने पर माँ को हिमालय कहा गया है।
(20) माँ का हथियार क्या है?
उत्तर माँ का हथियार साहस है।
(21) माँ बाती के रूप में क्या करती है?
उत्तर- माँ बाती के रूप में ममता का प्रकाश फैलाती है।
(22) खुशी के आँसू बहाने पर माँ को क्या कहा गया है?
उत्तर- खुशी के आँसू बहाने पर माँ को उत्सव कहा गया है।
(23) माँ गोरैया कब बन जाती है?
उत्तर- जब खुद कम खाकर माँ बच्चों को ज़्यादा खिलाती है तब माँ गोरैया बन जाती है।
(24) आगे बढ़ने का गीत सुनाने पर माँ को क्या पुकारा गया है?
उत्तर- आगे बढ़ने का गीत सुनाने पर माँ को नदी पुकारा गया है।
(25) इस कविता में माँ का उपहार क्या बताया गया है?
उत्तर – इस कविता में माँ का उपहार सहनशीलता को बताया गया है।
(26) माँ के चरणों में किस का द्वार है?
उत्तर – माँ के चरणों में स्वर्ग द्वार है।
(27) बिना विचार के काम करने से क्या होता है?
उत्तर- बिना विचार काम करने से काम बिगड़ जाता है और जग हँसाई ।
(28) कवि के अनुसार प्रायः दोस्त कैसे होते हैं?
उत्तर- कवि के अनुसार प्राय: दोस्त स्वार्थी होते हैं ।
(29) चार-दिन का मेहमान कौन है?
उत्तर- धन अतिथि की तरह चार दिन का मेहमान होता है ।
(30) प्रायः मनुष्य अभिमान क्यों करता है?
उत्तर- प्राय: मनुष्य अपनी धन-दौलत दिखाने के लिए ही अभिमान करता है।
॥.पाठ्य-पुस्तक में से बहुवैकल्पिक उत्तरों से सम्बन्धित तीन कठिन शब्दों के अर्थ पूछे जाएँगे। प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होगा। 3×1-3
हिम्मत – हौंसला नैया- नाव
रग – नाड़ी, नस सिंधु – सागर सहज ही – आसानी से
चुनौती – ललकार चैन – आराम
दूत – हरकारा, संदेश पहुँचाने वाला निरीक्षण – जाँच-पड़ताल,
उपहार- भेंट अपाहिज – अपंग
भादो- भादों का महीना ज़ालिम – ज़ुल्म करने वाला
विषमता – असमता
असमंजस – कुछ न सूझना समयाभाव – समय का अभाव
नीड़ – घोंसला निहारना – प्यार से देखना
निश्चिंत – बेफिक्र अचेत – मूर्च्छित, बेसुध,
अवलम्ब – सहारा आशंकित – शंका होना
लालायित – इच्छुक मूल्यवान – कीमती
मेधावी – तीव्र बुद्धि वाला, ज्ञानी मूल्याँकन – मूल्य आँकना
अल्प – थोड़ा सीमा-भेदन – सीमा तोड़ना
ध्येय – लक्ष्य दुर्भाग्यवश – बदकिस्मती से
परामर्श – सलाह एकमात्र – अकेला
सक्षम – समर्थ योग – सहयोग
देशोद्धार – देश का उद्धार करना कौमार – कुमार/यौवन की अवस्था
धरो – धारण करो धर्माचरण – धर्म के अनुसार व्यवहार
संकेत – इशारा पारखी – परखने वाला
अनसुनी – ध्यान न देना अपनापन – आत्मीयता
अन्तर्गत – भीतर समाया हुआ दयनीय अवस्था – दीन-हीन हालत
विकलांग – अंग से हीन अनथक – न थकने वाला
दूषित – गंदा, मैला अस्थि – हड्डी
अन्यत्र – दूसरी जगह, और कहीं व्यक्तित्व – व्यक्ति की विशेषता
कंठहार – गले का हार बुलंदी – ऊँचाई, उत्कर्ष
जज़्बा – भाव, जोश, भावना रब्बा – प्रभु , परमात्मा
मींह – वर्षा मवेशी – पशु
पर दुःख – दूसरों का दु:ख सीख – शिक्षा
विपन्नता – ग़रीबी हिंडोला – झूला
अभिवादन – सम्मान करना शिलान्यास – नींव पत्थर रखना
प्राचार्य – स्कूल का मुखिया वरिष्ठ – पद या क्रम में बड़ा
फ़रमान – आदेश संस्कार- व्यवस्थित करना, सजाना
विपदा- संकट बाती- दीपक
मर्यादित- प्रतिष्ठित मदमस्त – मद में चूर
कपोतराज – कबूतरों का राजा अवलम्बित – निर्भर
सतत – निरन्तर, लगातार प्रतिद्वन्द्वी – विरोधी
सार्वजनिक – सब जन का। बार्डर – सीमा, हद
आदमक़द – मनुष्य के आकार का प्रतिमा – मूर्ति
सैलानी – पर्यटक एकमात्र – अकेला
सौहार्द – सद्भाव मुस्तैदी – तेज़ी
क्षमता – सामर्थ्य हौसला अफजाई – धैर्य बढ़ाना
बेगरज़ी – नि:स्वार्थ चैन – शान्ति
पाहुन – अतिथि, मेहमान नेपथ्य – पर्दे के पीछे
घटक – तत्त्व जीवनदायी – जीवन देने वाली
अस्तित्व – होंद, होने का भाव दैत्य – राक्षस
क्षमता – सामर्थ्य प्रवृत्ति – मन का झुकाव
बरबस – जबरदस्ती अंतरिक्ष – खगोल
परखचे – टुकड़े-टुकड़े, धज्जियाँ स्वराज्य – अपना राज्य,
झंडा – परचम भाल – मस्तक, माथा
मुराद – इच्छा सौगंध – कसम
बवंडर – तूफान विस्फोट – धमाका
आतुर – व्याकुल
अन्य वस्तुनिष्ठ प्रश्न (17)
नोट: इसमें ‘हाँ/ नहीं’ अथवा ‘रिक्त स्थानों की पूर्ति ‘ अथवा ‘सही/गलत’ अथवा ‘मिलान कीजिए”, ‘एक शब्द’ अथवा ‘एक वाक्य में उत्तर दें’ किसी भी प्रकार के हो सकते हैं। प्रश्न पत्र निर्माता इनमें से किसी भी प्रकार से निम्नलिखित अनुसार यथोचित प्रश्न पूछ सकता है।
(V) पाठ्य-पुस्तक में से लिंग बदलो, वचन बदलों, विपरीत शब्द, भाववाचक संज्ञा निर्माण, विशेषण निर्माण, अनेक शब्दों के ल्रिए एक शब्द, विराम चिहन से सम्बन्धित उत्तरों वाले प्रश्नों में से छह वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएँगे। प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होगा। 6×1-6
(VI) पाठ्य-पुस्तक में से पुरुष, काल, वाच्य, संबंधवोधक, योजक तथा विस्मयादिबोधक की पहचान, ‘र’ के विभिन्न रूप से सम्बन्धित उत्तरों वाले प्रश्नों में से छह वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएँगे। प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होंगा। 6×1-6
इन शब्दों के लिंग बदले:-
सम्राट – सम्राज्ञी शेर – शेरनी
महाराज – महारानी नौकर – नौकरानी
किशोर – किशोरी राजा – रानी
बूढ़ा – बुढ़िया लड़की – लड़का
दादा – दादी धोबिन – धोबी
ऊँट – ऊँटनी छात्रा – छात्रा
अध्यापक – अध्यापिका शिष्य – शिष्या
नायक – नायिका सुत – सुता
सेवक – सेविका प्रिय – प्रिया
गायक – गायिका लेखक – लेखिका
सदस्य – सदस्या खलनायक – खलनायिका
वचन बदलें:-
पिंजरा – पिंजरे सभा – सभाएँ
मूर्ति – मूर्तियाँ यह – ये
बूँद – बूँदें मंदिर – मंदिरों
खेल – खेलों पंकित – पंक्तियाँ
वृद्ध – वृद्धों सीढ़ी – सीढ़ियाँ
स्टेशन – स्टेशनों खिड़की – खिड़कियाँ
बंदूक – बंदूकें चिमटा – चिमटे
पैसा – पैसे आलोचना – आलोचनाएँ
खिलौना – खिलौने टोली – टोलियाँ
इन वाक्यों में रेखांकित शब्दों के वचन बदल कर वाक्य पुनः लिखें।
(1) यह तिनका है। ये तिनके हैं।
(2) मुझे रस्सा दो। मुझे रस्से दो।
(3) मेरी आँख में दर्द है। मेरी आँखों में दर्द हैं।
(4) मेरे पास कहानी की पुस्तक है। मेरे पास कहानियों की पुस्तकें हैं।
(5) यह सूती कपड़ा है। ये सूती कपड़े है।
(6) अपनी पेंसिल मुझे दो। अपनी पेंसिलें मुझे दो।
(7) सड़क को लोहे के गेट द्वारा बन्द किया गया है। सड़कों को लोहे के गेटों द्वारा बन्द किया गया है।
(8) चारों ओर कँटीली तार लगी हुई है चारों ओर कँटीली तारें लगी हुई हैं।
(9) वह अपने भावों को नृत्य द्वारा प्रकट करता है। वे अपने भावों को नृत्य द्वारा प्रकट करते हैं।
(10) अपने-अपने देश के झण्डे उतार लेते हैं। अपने-अपने देशों के झण्डे उतार लेते हैं।
विपरीत शब्द
नन्हीं – बड़ी मेहनत – आलस्य
विश्वास – अविश्वास सफल – असफल
हार – जीत साहस – कायरता
पुराना – नया अनेक – एक
असफल – सफल धरती – आकाश
सुविधा – असुविधा सुर – असुर
सहयोग – असहयोग भिन्न – अभिन्न
अमावस – पूर्णिमा पराधीनता – स्वाधीनता
अमंगल – मंगल कठोर – कोमल
मुक्ति – बंधन परिचित – अपरिचित
धूप – छाया आगमन – निर्गमन
उपलब्ध – अनुपलब्ध दर्शक – श्रोता
अचेत – सचेत दुर्बल – सबल
निर्माण – ध्वंस / नाश साधारण – असाधारण
टूट – अटूटसमय – समय थक – अथक
सफल – असफल न्याय – अन्याय
संयम – असंयम शुभ – अशुभ
धर्म – अधर्म विश्वास – अविश्वास
नाराज़गी – प्रसन्नता अपनापन – परायापन
इन्कार – इकरार साकार – निराकार
बदकिस्मत – खुशकिस्मत सहमति – असहमति
विवेक – अविवेक आगे – पीछे
धीरे – तेज़ धूप – छाँव
वरदान -अभिशाप जीवन – मरण
स्वीकार – अस्वीकार प्रेम – घृणा
विस्तार – संक्षेप सदाचार – दुराचार
जय – पराजय कमज़ोर – ताकतवर
भाव – अभाव असभ्य सभ्य
सुविधा असुविधा अंधेरा – उजाला
मुक्त – बन्धन बहुमत – अल्पमत
भाववाचक संज्ञा बनाएँ:
पूर्ण – पूर्णता पशु – पशुता
मित्र – मित्रता आवश्यक – आवश्यकता
मानव – मानवता मनुष्य – मनुष्यता
सभ्य – सभ्यता प्रसन्न प्रसन्नता
विशेषण बनायें :-
अनुमान – अनुमानित सुरक्षा – सुरक्षित
परिचय – परिचित आशंका – आशंकित
स्थापना – स्थापित केंद्र – केंद्रीय
नगर – नागरिक ईमानदार – ईमानदारी
समाज – सामाजिक परेशानी – परेशान
प्रकृति – प्राकृतिक प्रसिद्धि – प्रसिद्ध
अंतर – आन्तरिक शांति – शांत
शरीर – शारीरिक सच्चाई – सच्चा
प्रथम – प्राथमिक कमज़ोरी – कमजोर
रेखांकन – रेखांकित आकर्षण – आकर्षित
उत्साह – उत्साहित प्रोत्साहन – प्रोत्साहित
इतिहास – ऐतिहासिक व्यापार – व्यापारिक
परस्पर – पारस्परिक भारत – भारतीय
राष्ट्र – राष्ट्रीय
‘इत’ और ‘इक’ शब्दांश लगाकर विशेषण बनायें:
इंसान + इत – इंसानियत रसायन + इक – रासायनिक
सुरक्षा + इत – सुरक्षित समाज + इक – सामाजिक
सम्बन्ध + इत – सम्बन्धित भूगोल + इक – भौगोलिक
परिवार + इक – पारिवारिक आमंत्रण + इत – आमंत्रित
अनेक शब्दों के स्थान पर एक शब्द लिखें:-
सूर्य का उदय होना – सूर्योदय देखने वाला – दर्शक
समय का अभाव – समयाभाव जिसकी जानकारी हो चुकी हो – परिचित, ज्ञात
जिसकी जानकारी न हो – अपरिचित, अज्ञात बिना पलक झपकाए – अपलक
पक्षी जगत की जानकारी रखने वाला – पक्षी विशेषज्ञ, पक्षीविद् कभी न थकने वाला – अथक
देश की रक्षा के लिए कुर्बान होना – कुर्बानी, शहादत, शहीदी जिसे किसी का डर ना हो – निडर
अपने आप पर भरोसा होना – आत्मविश्वास समय से पूर्व – असमय
वायुयान चलाने वाला – वायुयान चालक बचपन की ज़िद्द – बालहठ
घुसपैठ करने वाला – घुसपैठिया जिसे आँखों से दिखाई न देता हो – नेत्रहीन
गले का हार – कंठहार संगीत देने वाला – संगीतकार
अपने पर विश्वास होना – आत्मविश्वास जिसका कोई मोल ना हो – अनमोल
कानों को प्रिय लगने वाला – कर्णप्रिय आविष्कार करने वाला – आविष्कारक
जिसका पार ना हो – अपार किसी का उत्साह बढ़ाना – उत्साह वर्धन
बिना स्वार्थ के – नि:स्वार्थ माँ का बच्चे के प्रति प्यार – वात्सल्य
अच्छा व्यवहार – सद्व्यवहार जिसे गिना न जा सके – अनगिनत
शिष्टता पूर्ण आचरण एवं व्यवहार – शिष्टाचार
विराम चिन्ह लगायें:-
(1) किशोर ने मुस्कुराते हुए कहा वह देखिए महामंत्री – किशोर ने मुस्कुराते हुए कहा, “वह देखिए, महामंत्री।”
(2) शेर को कौन बाहर निकाल सकता है सहसा सम्राट ने गुस्से से कहा – “शेर को कौन बाहर निकाल सकता है?” सहसा सम्राट ने गुस्से से कहा।
(3) किशोर ने सिर झुका कर कहा महाराज शेर पिंजरे से बाहर आ गया है। – किशोर ने सिर झुका कर कहा, “महाराज! शेर पिंजरे से बाहर आ गया है।”
(4) बच्चो आप सब कैसे हो – बच्चो! आप सब कैसे हो ?
(5) क्या आपको इसका पूरा नाम पता है। – क्या आपको इसका पूरा नाम पत्ता है?
(6) हाँ सावधानी ज़रूर रखनी होगी – हाँ, सावधानी ज़रूर रखनी होगी ।
(7) ओ शरारती वहाँ इस तरह की फिल्में नहीं होतीं – ओ शरारती! वहाँ इस तरह की फिल्में नहीं होती ।
(8) दीपशिखा पढ़ाई के साथ साथ संगीत खेलकूद ज्ञान – दीपशिखा पढ़ाई के साथ-साथ संगीत, खेलकूद,
विज्ञान में सब से आगे रहती थी ज्ञान-विज्ञान में सब से आगे रहती थी।
निम्नलिखित में से काल को पहचान कर लिखिए: –
(1) दीदी, आओ! आपको कुछ दिखाती हूँ। वर्तमान काल
(2) उन्हें अपलक देख कर मैं फूला नहीं समा रही थी। भूतकाल
(3) यह भी एक दिन उस चिड़िया की तरह उड़ जाएगी। भविष्य काल
(4) अनेक चिड़ियों को फुदकता देखकर हम अपनी चिड़िया पहचान लेते थे। भूतकाल
उपयुक्त वाच्य की पहचान कीजिए:
(क) आपने मुझे कल बिस्कुट दिए थे। (कर्तृवाच्य या कर्मवाच्य या भाववाच्य)
(ख) मैंने दोपहर से कुछ नहीं खाया। (कर्तृवाच्य या कर्मवाच्य या भाववाच्य)
(ग) उससे रहा नहीं गया। (कर्तृवाच्य या कर्मवाच्य या भाववाच्य)
(घ) बच्चे डबल रोटी खा रहे थे। (कर्तृवाच्य या कर्मवाच्य या भाववाच्य)
(ङ) लड़के के द्वारा पैसे गिने जा रहे थे। (कर्तृवाच्य या कर्मवाच्य या भाववाच्य)
उत्तर:- (क) कर्तृवाच्य, (ख) कर्तृवाच्य, (ग) भाववाच्य, (ङ) कर्मवाच्य
निम्नलिखित में से उचित संबंधबोधक शब्द लगाकर वाक्य पूरे करें:
(1) हामिद का बाप अमीना __________ और कौन है। (के साथ, के सिवा) के सिवा
(2) रमज़ान के पूरे तीस रोजों __________ ईद आई है। (के बाद, के साथ) के बाद
(3) हामिद बच्चों __________ जा रहा था। (के सिवा, के साथ) के साथ
(4) हामिद तो मोटर __________ आते-आते बचा। (के नीचे, के बाद) के नीचे
(5) नदी के किनारे एक गाँव था। (सम्बन्धबोधक अव्यय छाँटें) के
निम्नलिखित वाक्यों में उचित योजक चिह्न लगाकर वाक्य पूरे करें:-
(1) मोहसिन इतना उदार नहीं है लेकिन वह जानकर भी उसके पास जाता है। (क्योंकि/ लेकिन)
(2) अगर वह चिमटा ले जाकर दादी को दे दे तो कितनी प्रसन्न होगी। (अगर…तो/ यद्यपि… तथापि)
(3) हामिद बड़ा चालाक है इसलिए अपने पैसे बचा कर रखे थे। (इसलिए /परन्तु)
(4) वे बार-बार अपनी जेबों से अपना खज़ाना निकाल कर गिनते हैं और खुश होकर फिर रख लेते हैं। (या /और)
(5) हामिद ने चिमटे को इस तरह कन्धे पर रखा मानो बंदूक हो। (मानो/ताकि)
(6) अमीना हामिद की आवाज़ सुनते ही दौड़ी और उसे गोद में उठाकर प्यार करने लगी। (या /और)
(7) तुम्हारी उँगलियाँ तवे से जल जाती थीं इसलिए मैंने इसे लिया। (क्योंकि /इसलिए)
(8) यदि उन्होंने अनुमति दी तो हम साइंस सिटी देखने कपूरथला जायेंगे। (यद्यपि…..तथापि, यदि……तो)
(9) ऐसा लगता है मानो सब कुछ आपके पास हो रहा है। (ताकि, मानो)
(10) इनके मुँह में हाथ मत डालना नहीं तो दुर्घटना हो सकती है। (नहीं तो, यानि)
(11) यहां 3ड़ी में एक खास तरह का चश्मा पहनकर शो देखा जाता है जिससे कि दूर स्क्रीन पर दिखाए जा रहे चित्र आपके सामने लगते हैं। (और, जिससे कि)
(12) हमने वहाँ बोटिंग की और डायनासोर देखे। (या, और)
(13) मैंने वहाँ देखा तो सब कुछ था परन्तु कुछ याद नहीं आ रहा। (चाहे, परन्तु)
(14) बच्चे माता-पिता की आज्ञा का पालन करते हैं और अपना काम मन लगा कर करते हैं।
उचित विस्मयादिबोधक शब्द लेकर रिक्त स्थान भरें:-
(1) अरे ! तुम पढ़ोगे नहीं? (वाह, अरे)
(2) हाँ ! तुमने ठीक पहचाना। (उफ, हाँ)
(3) उफ ! बड़े दुःख की बात है। (अहा, उफ )
(4) अच्छा ! हम तुम्हारा इन्तज़ार करेंगें। (हाय, अच्छा)
(5) वाह ! बहुत अच्छा किया। (वाह, आह) (क) वाह ! विधानसभा में बम लेकर जायें।
(6) अरे वाह ! हम मस्तानों का टोला आज़ादी का डोला लायेंगे।
(7) अरे ! तुम्हें ज़िंदगी अच्छी नहीं लगती।
(8) वाह ! यही ठीक रहेगा।
(9) वाह ! उसने देश का नाम उज्ज्वल कर दिया।
(10) अहा ! देखना, एक दिन हम दीवानों की टोली आज़ादी की दुल्हन को ब्याह लायेगी।
‘र’ के विभिन्न रूप
निम्नलिखित शब्दों में ‘र’ आधा है या पूरा ?
बार्डर – आधा राष्ट्रीयता – पूरा
ब्रिटिश – पूरा रेंजर्ज़ – आधा
रिट्रीट – पूरा ट्रक – पूरा
दर्शक – आधा कार्य – आधा
मार्ग – आधा प्रकट – पूरा
भाग-ग अनुवाद (2)
(ii) पाठ्य-पुस्तक में से पंजाबी के दो वाक्य देकर उनमें से किसी एक का हिंदी में अनुवाद करने के लिये कहा जाएगा। 1×2-2
नीचे लिखे वाक्यों का हिंदी में अनुवाद करें:- 4
1. ਹਾਮਿਦ ਤਾਂ ਮੋਟਰ ਦੇ ਹੇਠਾਂ ਆਉਂਦਾ – ਆਉਂਦਾ ਬਚਿਆ । (हामिद तो मोटर के नीचे आते – आते बचा।)
2. ਉਸਦਾ ਚਿਮਟਾ ਰੁਸਤਮੇ-ਹਿੰਦ ਹੈ । (उसका चिमटा रुस्तमे-हिन्द है।)
3. ਤੇਰੀਆਂ ਉਂਗਲਿਆਂ ਤਵੇ ਨਾਲ ਸੜ ਜਾਂਦੀਆਂ ਸਨ । (तुम्हारी उँगलियाँ तवे से जल जाती थीं।)
4. ਗਰਮੀ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਸਕੂਲ ਦਾ ਪਹਿਲਾ ਦਿਨ ਸੀ। (गर्मी के बाद स्कूल का पहला दिन था ।)
5. ਇਹ ਉਸਦਾ ਮਨਪਸੰਦ ਵੀਸ਼ਾ ਸੀ । (यह उसका मनपसंद विषय था।)
6.. ਉਹ ਆਪਣੇ ਪਰਿਵਾਰ ਵਿੱਚ ਸਭ ਤੋਂ ਛੋਟੀ ਸੀ । (वह अपने परिवार में सब से छोटी थी।)
7. ਕਲਪਨਾ ਚਾਵਲਾ ਨੂੰ ਸੰਗੀਤ ਬਹੁਤ ਪਸੰਦ ਸੀ। (कल्पना चावला को संगीत बहुत पसंद था।)
8. ਉਹ ਜਹਾਜ਼ਾਂ ਨੂੰ ਉਡਾਉਣ ਵਿੱਚ ਪਹਿਲਾਂ ਤੋਂ ਹੀ ਮਾਹਿਰ ਸੀ । (वह जहाज़ों को उड़ाने में पहले से ही माहिर थी।)
9.. ਅੱਜ ਵੀ ਉਹ ਸਾਰਿਆਂ ਦੇ ਦਿਲਾਂ ਤੇ ਰਾਜ ਕਰਦੀ ਹੈ । (आज भी वह सभी के दिलों पर राज करती है।)